Home नरेंद्र मोदी विशेष मोदी सरकार में महिला सशक्तीकरण के 8 नए कीर्तिमान

मोदी सरकार में महिला सशक्तीकरण के 8 नए कीर्तिमान

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“नारी सशक्तीकरण के बिना मानवता का विकास अधूरा है। वैसे अब यह मुद्दा Women Development का नहीं रह गया, बल्कि Women-Led Develoment का है।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के यही विचार आज देश की दशा और दिशा तय कर रहे हैं। प्रधानमंत्री न सिर्फ देश के विकास पर पूरा ध्यान दे रहे हैं, बल्कि इस बात को भी महत्त्व दे रहे हैं कि आखिर इस दिशा में आगे बढ़ने का रास्ता क्या है। शायद यही वजह है कि आज भारत में महिला प्रतिनिधित्व को सम्मानजनक पहचान मिली है। आज जब पहली बार नेवी में पहली महिला पायलट शामिल हुईं तो पूरा देश खुद को गौरवान्वित महसूस करने लगा।

Perform India आज आपके सामने कुछ ऐसे आंकड़े रखने जा रहा है जिससे पता चलेगा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत में पहली बार महिलाओं ने कुछ खास क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया है –  

नेवी की मिली पहली महिला पायलट

शुभांगी स्वरूप के रूप में नेवी को पहली बार यह गौरवशाली अवसर मिला है, जब उसे बतौर पायलट महिला प्रतिनिधित्व मिला है। नेवी में महिलाओं को शामिल करने का निर्णय पहली बार प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में वर्ष 2015 में लिया गया था और टोही विमानों में भी उनकी तैनाती के रास्ते खुले। शुभांगी के साथ-साथ आस्था सहगल, रूपा ए. और शक्तिमाया को भी नेवी के Armament यानी शस्त्र विभाग की इंस्पेक्शन ब्रांच में पहली बार ही नियुक्त किया गया है।

एयरफोर्स में पहली बार महिला फाइटर पायलट शामिल

इससे पहले देश की वायु सेना में फाइटर पायलट के रूप में तीन महिलाओं की नियुक्ति ने पूरे देश को गर्व से भर दिया था। अवनी चतुर्वेदी, भावना कंठ और मोहना सिंह भारतीय वायु सेना के उस लड़ाकू बेड़े में शामिल की गई थीं। यह अपने-आप में बहुत बड़ी उपलब्धि भी है और बहुत बड़ी मिसाल भी।

पहली बार बनी पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री

निर्मला सीतारमण ऐसी पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बनी हैं, जिन्होंने अत्यंत चुनौतियों और संवेदनशीलता से भरे इस पद की कमान संभाली है। जिस इकाई के कंधों पर देश की सीमाओंं की सुरक्षा से जुड़े दिशानिर्देशों का  दायित्व हो, उसका प्रत्येक निर्णय देश की अस्मिता के लिए अत्यधिक महत्त्व का होता है। निर्मला सीतारमण ने इस कमान को पूरी सामर्थ्य और साहस के साथ थामा है। 

पहली बार महिला विदेश मंत्री 

विदेश मंत्री का पद ऐसे ही संवेदनशील पदों में से एक है, जहां पर पदासीन व्यक्ति देश की छवि और नीतियों का पूरे विश्व में प्रतिनिधित्व करता है। इस समय में यह स्थिति और भी विशेष इसलिए भी हो जाती है, क्योंकि वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व में भारत एक नई पहचान के साथ सामने में आ रहा है। इस दायित्व को संभाल रही पहली महिला विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का अब तक का कार्यकाल यह सिद्ध करता है कि संवेदनशीलता, मानवीयता, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता के मामले में उनका कोई जोर नहीं। इसके साथ ही यह भी जाहिर होता है कि विदेश मंत्री के रूप में उनका चुनाव प्रधानमंत्री द्वारा लिया गया कितना सूझ-बूझ और दूरदर्शिता से भरा निर्णय रहा है।

पहली बार CCS में दो महिला मंत्री शामिल 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में लिया गया यह निर्णय इस रूप में भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पहला ऐसा अवसर है, जहां कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) में पहली बार दो महिला मंत्रियों को शामिल किया गया है। इस कमेटी में प्रधामंत्री के अलावा वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री शामिल होते हैं।

पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में 6 महिलाएं

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल [कैबिनेट सदस्य] के 27 सदस्यों में से 6 सदस्य महिलाएं हैं। देश की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से यह पहला ऐसा अवसर है, जब सदन में इतने बड़े स्तर पर महिला सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। ये सदस्य हैं- सुषमा स्वराज, निर्मला सीतारमण, मेनका गांधी, स्मृति ईरानी, उमा भारती और हरसिमरत कौर बादल। किसी भी पूर्ववर्ती सरकार में ऐसा करने का दुस्साहस नहीं था और महिला सदस्यों की भागीदारी बढ़ाने पर केवल मौखिक बातें ही होती थी। उसे मूर्त रूप नहीं मिला था। यह मोदी सरकार की ही उपलब्धि है।

नाविक सागर परिक्रमा पर निकली महिला अधिकारी

नाविक सागर परिक्रमा नामक यह मिशन आईएलएसवी नौका तारिणी के द्वारा पूरा होगा और इस मिशन पर निकली हैं नौसेना की 6 साहस से भरी महिला अधिकारी। इस मिशन से जुड़ी सभी सदस्य महिलाएं हैं। यह बहुत बड़े साहस का प्रमाण है। इस दल को प्रधानमंत्री मोदी की शुभकामनाओं के रूप में उनका विश्वास प्राप्त है। इस दल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी कर रही हैं।

राजपथ पर पहली बार महिला सशक्तीकरण का प्रदर्शन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महिला सामर्थ्य पर अटल विश्वास की झलक उसी समय दिख गई थी, जब राजपथ पर देश के 66वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पहली बार तीनों सेनाओं के एक विशेष महिला दस्ते ने मार्च करके अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का गौरव बढ़ाया। इस अवसर पर अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऐसी ही विशेषताएं उन्हें देशवासियों के बीच में बेहद लोकप्रिय बनाए रखती हैं। वे अपने प्रत्येक देशवासी की क्षमता पर अटूट विश्वास करते हैं, बिना उनके बीच जाति, धर्म, वर्ण आदि का भेद किए।

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