134 साल पुरानी देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस वोटकटवा पार्टी है। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने खुद कहा है कि यूपी में कांग्रेस ने कई प्रत्याशी केवल बीजेपी का वोट काटने के लिए खड़े किए हैं। देश में अगली सरकार बनाने का दावा करने वाली पार्टी यदि खुद को वोटकटवा कहे तो उसकी असलियत को समझा जा सकता है। सच तो यह है कि कांग्रेस केवल वोटकटवा नहीं, बल्कि पिछलग्गू पार्टी भी है। यूपी में सपा, बसपा और रालोद ने गठबंधन में उसे शामिल नहीं किया, फिर भी खुद से ज्यादा उसके प्रत्याशियों को जिताने की कोशिश कर रही है।
यूपी में दिखावे की लड़ाई
यूपी में महागठबंधन में शामिल पार्टियां और कांग्रेस केवल दिखावे के लिए एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रही हैं। इन पार्टियों ने राज्य में 10-12 ऐसी सीटों की पहचान की है जहां ये मजबूत हैं। इन सीटों पर महागठबंधन और कांग्रेस ने एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। अमेठी और रायबरेली में राहुल और सोनिया के खिलाफ सपा-बसपा का प्रत्याशी नहीं है। इसी तरह कांग्रेस ने आजमगढ़, कन्नौज, मैनपुरी तथा मुजफ्फरनगर जैसी सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारे जहां मुलायम और उनके परिवार के सदस्य और अजीत सिंह चुनाव लड़ रहे हैं।
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क्या कहा प्रियंका ने
‘बीजेपी को उत्तर प्रदेश में बड़ा झटका लगेगा। वे बुरी तरह हारेंगे। जिन सीटों पर कांग्रेस मजबूत है और हमारे कैंडिडेट कड़ी टक्कर दे रहे हैं, वहां कांग्रेस जीतेगी। जहां हमारे उम्मीदवार थोड़े हल्के हैं वहां हमने ऐसे उम्मीदवार दिए हैं जो बीजेपी का वोट काटें।’