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प्रधानमंत्री मोदी को केरल के बाढ़ पीड़ितों की फिक्र, लेकिन राज्य के मंत्री विदेश में मस्त

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को दिन भर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा में व्यस्त रहने और कई किलोमीटर की यात्रा करने के बावजूद शाम में केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने निकल पड़े। प्रधानमंत्री मोदी ने बिना अपनी सेहत की परवाह किए केरल का हाल जाना। शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए हवाई सर्वेक्षण भी किया। उन्होंने तत्काल 500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता देने की घोषणा की है।

प्रधानमंत्री मोदी एक तरफ जहां इतनी भारी व्यस्तता और दो दिन तक भारी थकान के बावजूद केरल पहुंच गए, वहीं केरल की लेफ्ट सरकार के मंत्री के. राजू कॉन्फ्रेंस के नाम पर जर्मनी घूमने गए हुए हैं। एक वार्ता में शामिल होने के लिए जर्मनी गए वन और जीव-जंतु संरक्षण मंत्री के. राजू की विदेश यात्रा की पूरे राज्य में खूब आलोचना हो रही है। भारी फजीहत के बाद पार्टी ने पुनालूर विधानसभा का प्रतिनिधिनत्व करने वाले के. राजू को तुरंत वापस लौटने का आदेश दिया है। सीपीआई नेतृत्व ने राजू की यात्रा पर दुख व्यक्त किया है। राजू 17 अगस्त से 19 अगस्त तक बायर्न में विश्व मलयाली काउंसिल द्वारा आयोजित 11 वें वैश्विक सम्मेलन में भाग लेने गए है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को केरल में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ से प्रभावित केरल के लिए 500 करोड़ रुपये की तत्काल मदद का ऐलान किया है। राज्य में बाढ़ की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। कई दशकों बाद आई इस बाढ़ की विभीषिका ने अपना विकराल रूप दिखाया है। बताया जा रहा है कि बाढ़ से अब तक 324 लोगों की मौत हो गई है और करीब तीन लाख से ज़्यादा लोग राहत शिविरों में शरण लिए हैं। राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ के 57 दल लगाये गये हैं। बीएसएफ, सीआईएसएफ, आरएएफ की 5 कंपनियों को राज्य में राहत और बचाव कार्य के लिये तैनात किया गया है। थलसेना, वायुसेना, नौसेना और तटरक्षक बल को भी राज्य में खोज और बचाव कार्यों के लिये नियुक्त किया गया है। राहत और बचाव कार्यों में कुल मिलाकर 38 हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है। इसके अतिरिक्त 20 विमानों को भी संसाधनों की ढुलाई के लिये प्रयोग किया जा रहा है। थलसेना ने अभियांत्रिकी कार्यबल के 10 कॉलम और 10 दलों, जिसमें 790 प्रशिक्षित कर्मी शामिल हैं, को नियुक्त किया है। नौसेना 82 टीमों को लगा रही है। तटरक्षक बल ने 42 दल, 2 हेलीकॉप्टर और 2 पोतों को लगाया है।

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