Home तीन साल बेमिसाल जनता के सबसे चहेते कम्युनिकेटर हैं पीएम मोदी- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

जनता के सबसे चहेते कम्युनिकेटर हैं पीएम मोदी- राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

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माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जनता के सबसे चहेते कम्युनिकेटर हैं। राष्ट्रपति ने आज राष्ट्रपति भवन में ‘मन की बात’ पुस्तक के विमोचन के अवसर पर ये बात कही। राष्ट्रपति भवन में माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन के हाथों आज  ‘मन की बात-रेडियो पर सामाजिक क्रांति’ पुस्तक का विमोचन हुआ। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने पुस्तक की पहली प्रति भेंट की। यह पुस्तक बताती है कि कैसे हमारे समय के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मन की बात’ का आइडिया आया और इसका ऐतिहासिक महत्त्व क्या हो सकता है।

इस अवसर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश का नेतृत्व करने वाले नेता के पास एक अच्छे कम्युनिकेटर का गुण होना आवश्यक है, जिस पर पीएम मोदी पूरी तरह खरे उतरते हैं।  ‘मन की बात’ के विमोचन के अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि, अगर किसी राष्ट्रप्रमुख में प्रभावकारी संवाद करने की शैली न हो तो वो कैसे अपनी जनता के साथ अपने आइडिया को शेयर कर पाएगा, कैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने देश के पक्ष को मजबूती से रख पाएगा? राष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नेतृत्व में देश को नई दिशा देने का काम किया है और यही वजह है कि विश्व जगत में भारतीय अर्थव्यवस्था की गति आगे की ओर बढ़ रही है। 

राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की ‘मन की बात’ के आइडिया को अनूठा बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से वो देश की जनता को सीधा कनेक्ट करते हैं। उन्होंने पुस्तक के लेखकों और प्रकाशकों का आभार प्रकट किया और उम्मीद जताई कि ‘मन की बात’ पुस्तक को पाठकों का भी जबर्दस्त रिस्पॉन्स मिलेगा। 

पुस्तक के विमोचन के अवसर पर अपने संबोधन में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि रेडियो पर पहले भी बातें होती थीं। वह समय भी लोगों ने देखा है जब रेडियो पर जेल भेजने की बात भी होती थी। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विकास के लिए आज के टेक्नोलॉजी के युग में भी रेडियो को जनता से अपने संवाद का माध्यम चुनकर एक बड़ा उदाहरण सामने रखा। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि ‘मन की बात’ उसी से की जाती है, जो आपके सबसे निकट हो। प्रधानमंत्री ‘मन की बात’ के जरिए ये बता जाते हैं कि कैसे देश की सवा सौ करोड़ जनता उनके मन में बसती है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि ‘मन की बात’ में संविधान की प्रस्तावना ‘हम भारत के लोग’ की भावना समाहित है और इसकी सबसे बड़ी विशेषता ये है कि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री और देश की जनता के बीच द्विपक्षीय संवाद होता है।  

इस अवसर पर ‘मार्चिंग विद ए बिलियन- एनालाइज़िंग नरेन्द्र मोदी गवर्नमेंट एट मिडटर्म’ पुस्तक का विमोचन किया गया। प्रसिद्ध पत्रकार उदय माहुरकर द्वारा लिखित ‘मार्चिंग विद ए बिलियन- एनालाइज़िंग नरेन्द्र मोदी गवर्नमेंट एट मिडटर्म’ नामक पुस्तक प्रधामंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी द्वारा विभिन्न मोर्चों पर लाए गए व्यापक परिवर्तनों का विश्लेषण प्रस्तुत करती है। 

‘मन की बात’ पुस्तक की प्रस्तावना जापान के प्रधानमंत्री द्वारा लिखी गई है। ‘मन की बात’ के बारे में लिखते हुए शिंजो आबे कहते हैं “यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन में भारत की जनता और खासकर युवाओं से संवाद करने का जो उत्साह है, उसका अनुभव कराती है। मैंने यह महसूस किया है कि लोगों से संवाद करने के लिए उनके भीतर कितना जुनून है।”

यह पुस्तक उस सकारात्मकता और आशावाद को सामने लाती है जिसके धागे में पिरोकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ‘मन की बात’ करते हैं। पुस्तक यह भी बताती है कि कैसे देशवासियों ने इस सकारात्मकता और आशावाद से जुड़ी डोर को एक जन आंदोलन में बदल दिया। यह पुस्तक देशवासियों को प्रधानमंत्री की सोच, उनकी भावनाएं और चिंतन प्रक्रिया से जुड़े अब तक के कुछ अनछुए पहलुओं को भी सामने लाती है।

इस पुस्तक में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में उठाए गए विभिन्न मुद्दों, विषय और उनकी मुख्य विशेषताओं का व्यापक, गुणात्मक और शैक्षिक विश्लेषण है। यह बताता है कि किस तरह मन की बात कार्यक्रम न्यू इंडिया खासतौर से युवाओं के साथ बेहद करीबी तरीके से जुड़ गया है। यह पुस्तक ‘मन की बात’ कार्यक्रम द्वारा स्वच्छता, भारत में पर्यटन की संभावनाओं को प्रोत्साहन, सुरक्षित सड़कें, दवामुक्त भारत जैसे विभिन्न मुद्दों पर आंदोलन खड़ा करने संबंधी एक सुसंगत कथा को भी प्रस्तुत करता है।

पुस्तक के कई अध्याय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणियों को उद्धृत किया गया है… इनसे जो अंतर्दृष्टि (Insight) उभरती है, वही शायद इस पुस्तक की सबसे बड़ी विशेषता है। पुस्तक में प्रधानमंत्री की कोर टीम, आकाशवाणी और MyGov से जुड़े लोगों ने कई रोचक प्रकरण शेयर किये हैं… जो ‘मन की बात’ को लेकर जन सामान्य की कई जिज्ञासाएं शांत करने वाली हैं। रेडियो कार्यक्रम का ये आइडिया कैसे आया, कैसे इसका नाम तय हुआ, ये कैसे तय हुआ कि यह कार्यक्रम कितने अंतराल पर होना चाहिए, इसकी रूपरेखा क्या हो…ऐसे कई प्रश्नों के उत्तर इस पुस्तक में समाहित किये गए हैं।

पुस्तक के लिए अपने विचार लिखते हुए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-प्रमुख और ट्रस्टी बिल गेट्स कहते हैं “मीडिया का उपयोग सकारात्मक बदलाव के लिए कैसे किया जा सकता है, ‘मन की बात’ इसका उत्तम उदाहरण है। ‘मन की बात’ के अलावा MyGov.in और दूसरे माध्यमों से भी प्रधानमंत्री मोदी ने करोड़ों भारतीयों को जन भागीदारी के लिए आमंत्रित किया है। इससे लोक सेवा सूचना वितरण में कार्यक्षमता बढ़ती है और विकास की गति को तेजी मिल सकती है।”

इस अवसर पर भारत के उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, केन्द्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री श्री अरुण जेटली और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

यह पुस्तक Bluekraft Digital Foundation की ओर से लिखी गई है,जो एक गैर-लाभकारी (Not-for-profit) संस्था है और शासन संबंधी नीतियों के क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्यरत है। यह संस्था अग्रणी नीति निर्माताओं और नागरिकों को एक मंच पर लाती है, जिससे व्यापक संवाद, चर्चा और विवेचना से नए विचार सामने आ सकें और भारत के विकास पथ को समृद्ध किया जा सके। LexisNexis ने इस पुस्तक को प्रकाशित किया है।

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