Home समाचार देश के सभी प्रधानमंत्रियों की याद में बनेगा संग्रहालय: प्रधानमंत्री मोदी

देश के सभी प्रधानमंत्रियों की याद में बनेगा संग्रहालय: प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री ने नरेन्‍द्र मोदी कहा है कि दिल्ली में सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की स्मृति में एक बहुत बड़ा आधुनिक संग्रहालय (म्यूजियम) बनाया जाएगा। बुधवार को संसद भवन लाइब्रेरी में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और रवि दत्‍त बाजपेयी की पुस्तक ‘चंद्रशेखर – द लास्ट आइकान ऑफ आइडियोलॉजिकल पालिटिक्स’ का विमोचन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हम किसी से पूछें कि कितने प्रधानमंत्री हुए, वे कौन कौन हैं…तब कम लोग ही इनके बारे में पूरा बता पाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसे लोगों की एक चौकड़ी है जिन्होंने डॉ. अंबेडकर और सरदार पटेल सहित कुछ महान भारतीय नेताओं की प्रतिकूल छवि बनाने की कोशिश की है। उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का एक संग्रहालय दिल्ली में बनाया जाएगा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिजनों से इन प्रधानमंत्रियों के जीवन एवं उत्कृष्ट कार्यों के विभिन्न पहलुओं को साझा करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि देश को राजनीतिक अस्पृश्यता से परे एक नई राजनीतिक संस्कृति की जरूरत है।

पुस्‍तक की प्रथम प्रति उपराष्‍ट्रपति एम. वेंकैया नायडू को भेंट करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज के राजनीतिक संदर्भ में यह उल्‍लेखनीय है कि निधन के लगभग 12 वर्ष बाद भी पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखरजी के विचार हमारा मार्गदर्शन करते हैं और हमेशा की तरह जीवंत हैं।

प्रधानमंत्री मोदी कहा कि वे पहली बार 1977 में चन्द्रशेखरजी से मिले। वे पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत के साथ यात्रा कर रहे थे और दिल्ली एयरपोर्ट पर श्री चन्द्रशेखर से मिले। उन्होंने कहा कि दोनों राजनेताओं के बीच राजनीतिक विचारधारा में अंतर होने के बावजूद नजदीकी संबंध था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि चन्द्रशेखरजी अटल बिहारी वाजपेयी को गुरूजी कहकर संबोधित करते थे। उन्होंने चन्द्रशेखरजी के बारे में कहा कि वे एक सिद्धांत वाले व्यक्ति थे जिन्होंने अपने समय की मजबूत राजनीतिक पार्टी का विरोध करने में भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई, क्योंकि वे कुछ मामलों पर उस राजनीतिक पार्टी से असहमत थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने चन्द्रशेखरजी के साथ अपनी अंतिम मुलाकात का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री बीमार थे और उन्होंने टेलीफोन पर मुझे मुलाकात करने का आमंत्रण दिया। उस बातचीत में चन्द्रशेखरजी ने गुजरात के विकास के बारे में पूछताछ की और कई राष्ट्रीय मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।

प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों, गरीबों और हाशिये पर पड़े लोगों के लिए श्री चंद्रशेखर जी द्वारा की गई ऐतिहासिक ‘पदयात्रा’ को भी स्मरण किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम उस समय उन्हें वह सम्मान नहीं दे पाए जिसके वे हकदार थे।

इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद भी उपस्थित थे।

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