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पीएम मोदी के कूटनीतिक जाल में फंसा पाकिस्तान, सताने लगा PoK हाथ से निकलने का डर

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अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐसा कूटनीतिक जाल बनाया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अब उनके ही घर पर फजीहत हो रही है। पाकिस्तानी मीडिया में बहस इस बात पर हो रही है कि इमरान खान ने क्या किया है ? क्योंकि अमेरिका आने से पहले वो पाकिस्तान में बड़ी-बड़ी बातें कहकर निकले थे लेकिन चार दिन बाद भी दुनिया में एक भी मुल्क पाकिस्तान के साथ खड़ा नहीं है। वहीं पाकिस्तान के लोगों में निराशा बढ़ती जा रही है। पाकिस्तानी चैनलों पर बैठकर लोग कहने लगे हैं कि अब वह दिन दूर नहीं, जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) भी पाकिस्तान के हाथ से निकल जाएगा। भारत के प्रधानमंत्री के मजूबत स्टैंड, भारतीय विदेश मंत्री और अन्य नेताओं के बयान ने पाकिस्तान के लोगों की धड़कनें बढ़ा दी हैं।

पीएम मोदी के मुरीद हुए पाकिस्तानी चैनल 

ह्यूस्टन में पीएम मोदी के मेगा शो के बाद पाकिस्तानी चैनल भी पीएम मोदी के मुरीद हो चुके हैं। इमरान खान के देश के टीवी चैनलों पर कहा जा रहा है कि जब मोदी बोल रहे थे तो माहौल में चमत्कार हो रहा था और इमरान खान जब बोलते हैं तो माहौल में निराशा छा जाती है। पाकिस्तान का बच्चा-बच्चा अपने वजीर-ए-आजम से निराश है, हताश है। सबकी आंखों में उम्मीद थी लेकिन अब सबकी आंखों में सिर्फ और सिर्फ गुस्सा है क्योंकि मोदी के च्रकव्यूह में इमरान खान फंस गए हैं।

पाकिस्तान की निकली हवा

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, “पाकिस्तान की हवा तो उसी दिन निकल गई थी जब ट्रंप ने मोदी के साथ वो इवेंट किया। गुबारे से हवा निकल चुकी है अब आप जो भी खिताब कर लेंगे उससे क्या कश्मीर वापस आ जाएगा। आप ओआईसी मेंबर से शिकायत करते रहे क्या उन्होंने मोदी को मेडल नहीं दिए, क्या ये हमारी डिप्लोमेसी की नाकामी नहीं है कि हम 14-15 वोट भी जमा नहीं कर सके।“ पाकिस्तानी चैनल पर हुए एक डिबेट शो में कहा गया, “मैं तो पचास दिन से वो वर्ल्ड कप ढूंढ रहा हूं जिसका ऐलान इमरान ख़ान ने 25 जुलाई को वॉशिंगटन से वापसी पर किया था। वो कौन-सा वर्ल्ड कप था जो वो जीतकर आए थे। वो कोई वर्ल्ड कप नहीं था,पचास दिनों में पाकिस्तान की बड़ी हार हुई है। किसी भी अंतरराष्ट्रीय फोरम से हम कुछ हासिल नहीं कर सके।“

इमरान खान पर लोगों को गुमराह करने का आरोप

पाकिस्तानी चैनल के डिबेट शो में आगे कहा गया, “वो कश्मीर पर भारत के एक्शन की दुनिया से आलोचना न करवा पाए, ना ही कश्मीर को लेकर कोई रिजोल्यूशन यूएन ह्यूमन राइट काउंसिल से, जहां हुकूमत ने मैं ये तो नहीं कहूंगा कि झूठ बोला, लेकिन अवाम को मिस गाइड जरूर किया। जिस काउंसिल में हैं ही 47 देश हैं वहां वजीरे आजम ने कहा कि 58 मुल्कों ने सपोर्ट किया।“

इमरान ने पीएम मोदी के सामने किया सरेंडर

डिप्लोमेसी के दम पर पीएम मोदी ने पाकिस्तानी झूठ की फैक्ट्री का पर्दाफाश दुनिया के हर मंच पर किया है। कर्जे का कटोरा लेकर अमेरिका पहुंचे इमरान को लगा था कि ट्रंप के दरबार में हाजिरी लगाने से काम बन जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं और नतीजा ये हुआ कि पीएम मोदी के सामने, इमरान खान ने खुद ही सरेंडर कर दिया।

इमरान खान ने मानी हार 

अलग-अलग मंचों से नाकामी मिलने के बाद इमरान अब हार भी मान चुके हैं। इमरान खान ने ये स्वीकार किया कि कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के भारत के फैसले को ज्यादातर देशों ने समर्थन किया है और पाकिस्तान को किसी भी मंच पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का सहयोग नहीं मिल पाया है। इमरान खान ने आगे कहा कि पीएम मोदी पर कश्मीर से पाबंदी हटाने को लेकर कोई दबाव नहीं है।

भारत के आर्थिक कद और वैश्विक प्रमुखता को किया स्वीकार

इमरान खान ने भारत के आर्थिक कद और वैश्विक प्रमुखता को भी स्वीकार किया और बताया कि कश्मीर पर पाकिस्तान के बयान की अनदेखी क्यों की जा रही है। इमरान ने कहा कि भारत में 1.3 बिलियन लोग हैं और दुनिया उन्हें बाजार के रूप में देखती है।

युद्ध में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ेगी- इमरान खान

एक अन्य पाकिस्तानी पत्रकार ने जब आगे के विकल्प क्या, पर सवाल किया तो इमरान ने कहा कि हम भारत पर हमला नहीं कर सकते। यह कोई विकल्प नहीं है। इसके अलावा हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले अल जजीरा टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि अगर भारत के साथ परंपरागत युद्ध हुआ तो उनके देश को मुंह की खानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान ने भारत के साथ परंपरागत युद्ध लड़ा और वह हारने लगा तब उसके पास दो ही विकल्प होंगे, या तो वह आत्मसमर्पण करे और या फिर आखिरी दम तक आजादी की लड़ाई लड़े।

पाकिस्तान पर कोई विश्वास नहीं करता – गृह मंत्री एजाज अहमद

इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान के गृह मंत्री ब्रिगेडियर एजाज अहमद शाह ने स्वीकार किया था कि पाकिस्तान, कश्मीर मुद्दे पर अपने रुख को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन पाने में विफल रहा है। मंत्री एजाज शाह ने कहा था कि, लोग हम पर विश्वास नहीं करते हैं लेकिन वे उनपर (भारत) भरोसा करते हैं। हम कहते हैं कि भारत ने कश्मीर में कर्फ्यू लगाया है और वहां जुल्म किया जा रहा है। लेकिन कोई हमारी बात मानने को तैयार नहीं है और हर कोई भारत की बात पर ही विश्वास कर रहा है।

ट्रंप से मिले मगर नहीं हुआ कोई फायदा

आतंक के नाम पर अब कोई पाकिस्तान की मदद करने को तैयार नहीं है। वो अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी इस बात को उठा चुके हैं मगर कोई लाभ नहीं हुआ। अब हर तरफ से हारने के बाद पाकिस्तान के पास अब कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। कई बार तो ये भी कहा गया कि अब तक पाकिस्तान ने कश्मीर के जिस हिस्से पर कब्जा कर रखा है वो भी भारत ले लेगा।

पाकिस्तानियों को PoK पर हमले का डर

इन दिनों पाकिस्तान में इस बात को लेकर चर्चा चल रही है कि भारत गुलाम कश्मीर में एक सप्ताह में हमला कर सकता है। अभी तक पाकिस्तान बार-बार भारत पर हमले की बात कह रहा था मगर अब वहां के तमाम नेता इस बात को लेकर डरे हुए हैं कि जिस तरह से अमेरिका में मोदी और ट्रंप की मीटिंग हुई है उससे यही लग रहा है कि अगले कुछ दिनों में आतंक का नाम लेकर भारत ही गुलाम कश्मीर पर हमला कर सकता है। मंगलवार को पाकिस्तान के जियो टीवी के कैपिटल टॉक कार्यक्रम में शामिल सुप्रीम कोर्ट के वकील अकरम शेख ने साफ तौर पर कहा कि भारत एक सप्ताह या 10 दिन में पीओके पर हमला कर सकता है।

भारत के लिए अग्रेशन ही बेस्ट डिफेंस – पाकिस्तानी मीडिया

भारत के हमला करने के पीछे तर्क के बारे में पूछे जाने पर अकरम शेख ने कहा कि अमेरिका के ह्यूस्टन में जिस तरह से मोदी और ट्रंप की जुगलबंदी देखने को मिली है उससे अब यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि भारत अमेरिका को साथ में लेकर वहां पर भी हमला कर सकता है। अब भारत बचाव की जगह पर हमले की रणनीति पर काम करेगा। उन्होंने कहा कि अब भारत के लिए अग्रेशन ही बेस्ट डिफेंस है। 

“यदि युद्ध हुआ तो भारत PoK ले लेगा”

जियो टीवी के कैपिटल टॉक कार्यक्रम में शामिल मोहम्मद अली शेख ने कहा कि अमित शाह ने कश्मीर पर कब्जा कर लिया है, अब वो इस पर बात करने के लिए तैयार नहीं है। दरअसल बीजेपी को देश की जनता ने बहुमत दिया है इस वजह से वो अपने किए फैसले पर वापस नहीं हो सकते। यदि युद्ध हुआ तो वो वहां पर तैनात लाखों सैनिकों को सीमा पार करवा देंगे। जितने भी इलाके हैं वो ले लेंगे। जहां तक ट्रंप की बात है वो भारत के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि इन दिनों भारत की सारी सियासत कश्मीर को लेकर ही है। वो कश्मीर को लेकर ही काम कर रहे हैं। वो पीछे नहीं हटेंगे। कश्मीर पर कब्जा कायम रहेगा। कश्मीर को बचाने के लिए फौज लगी हुई है। 

भारत का अगला कदम PoK पर कब्जा

पाकिस्तान का एक तबका अब इस बात को लेकर भी डरा हुआ है कि अब भारत का अगला कदम पीओके को भी अपने कब्जे में ले लेने का है। 70 साल से जिस कश्मीर को लेकर पाकिस्तान और भारत के बीच तमाम बातें हो रही थी, अब भारत ने उस पर अपना कब्जा कर लिया है। इसके बाद उसका अगला टारगेट पीओके है जिस पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है। इस पर भी भारत हमला करके कब्जा कर सकता है। उसी के बाद उसका मिशन कश्मीर खत्म होगा। इन दिनों पाकिस्तान में इस तरह की बातों को लेकर ही जोर शोर से चर्चाएं चल रही है। वहां की मीडिया भी कश्मीर मामलों के जानकार, वकील और सेना के रिटायर्ड लोगों को साथ लेकर इन मुद्दों पर बात कर रही है।

क्यों डरा है पाकिस्तान ?

पाकिस्तान को PoK खोने का डर क्यों सता रहा है? इसका एक ही जवाब है, वह है पीएम मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति। उन्होंने जिस तरह से जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन हासिल किया वह हैरान करने वाला है। कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की मुहिम को पीएम मोदी ने पूरी तरह नाकाम कर दिया है, वहीं PoK पर भारत के नेताओं के बयान ने पाकिस्तानियों को परेशान कर दिया है।

PoK में भूकंप से 23 की मौत, पीएम मोदी ने जताया दुख

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्सों के कई शहरों में 24 सितंबर, 2019 को भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये गये। भूकंप की वजह से पीओके में 23 लोगों की मौत हो गई जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गये। भूकंप में हुई मौतों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया। प्रधानमंत्री मोदी ने पीओके के लोग के साथ अपने दुख को साझा किया और दिखाया कि दुख के समय भारत भी पीओके के लोगों के साथ है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट कर कहा, ”भारत और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में भूकंप के कारण जान-माल की क्षति पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है पीएम ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।”

एक दिन भारत का हिस्सा होगा POK: जयशंकर

पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर दिए गए विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान से पाकिस्तान डरा हुआ है। 17 सितंबर, 2019 को जयशंकर ने कहा था कि एक दिन पीओके भी भारत का ही हिस्सा होगा। आर्टकिल 370 हटाने को आतंरिक मुद्दा बताते हुए जयशंकर ने कहा, ‘पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) हमारा है और हमें उम्मीद है कि वह भारत का हिस्सा होगा।’

साल भर में बिना लड़े मिलेगा PoK – राज्यपाल सत्यपाल मलिक

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पीओके को लेकर देश भर में जारी बयानबाजी के बीच एक बड़ा बयान दिया। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि अगर हम जम्मू-कश्मीर में बच्चों के भविष्य की रक्षा कर सकें, यहां इतनी बिजली ला सकें कि हमारी चमक पाक अधिकृत कश्मीर तक पहुंचे तो मैं यह गारंटी दे सकता हूं कि साल भर में पीओके में उपद्रव हो जाएगा और आपको बिना लड़ाई पीओके मिल जाएगा।

राजनाथ ने कहा, ‘अब PoK पर ही होगी बात’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हरियाणा के पंचकुला में एक चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि अगर अब भारत की पाकिस्तान से बात होती है तो वह केवल ‘पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके)’ पर ही होगी। राजनाथ सिंह ने ने ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि कुछ लोग मानते हैं कि पाकिस्तान से बात होनी चाहिए मगर जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता तब तक कोई बात नहीं होगी।

PoK पर कभी भी ऐक्शन के लिए तैयार – आर्मी चीफ बिपिन रावत

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बड़ा बयान दिया है। पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर को लेकर सेनाध्यक्ष रावत ने कहा है कि आर्मी पीओके को लेकर किसी भी अभियान के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश पर सेना किसी भी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है।

दिन दूर नहीं जब PoK होगा भारत का हिस्सा-जितेंद्र सिंह

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने 23 सितंबर, 2019 को कहा कि वह दिन दूर नहीं जब पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा होगा।  उन्होंने महाराजा हरि सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 समाप्त होने से जम्मू कश्मीर के आम लोगों को लाभ होगा, और उनका उत्पीड़न समाप्त होगा। वह दिन दूर नहीं जब पीओके भारत का हिस्सा होगा।”

सही समय पर PoK का मुद्दा भी उठाएगा भारत- राम माधव

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने भी पीओके पर बड़ा बयान दिया। राम माधव ने कहा कि धारा 370 अब इतिहास हो गया है और भारत को अब अन्य मुद्दों पर सोचना होगा, इसमें पीओके का मुद्दा भी शामिल है। राम माधव ने 15 सितंबर, 2019 को गुवाहटी में कहा कि बहुत जल्द हम नए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में हालात सामान्य होते देखेंगे। हालात सामान्य होंगे तो विकास भी जम्मू और कश्मीर तक पहुंचेगा। अन्य सभी मुद्दों को उचित समय पर उठाया जाएगा। जब भी समय आएगा तब हम उनके ऊपर बात करेंगे।

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