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वोट बैंक की राजनीति करने वालों को अब कोई मौका नहीं देना है: प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की देश को बांटने और साठ सालों तक राज करने की नीति पर जमकर प्रहार किया। राजस्थान के अजमेर की विजय संकल्प सभा में बोलते हुए कहा कि आज देश भाजपा की सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की नीति के कारण एक सही दिशा में चल रहा है। उन्होंने चुनावों में जीत को सुनिश्चित करते हुए कहा कि एक बार फिर भाजपा सरकार।

प्रधानमंत्री मोदी के लिए जनसभा में अपार उमंग- राजस्थान राज्य के 53 हजार बूथों से आये लाखों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-” ये विशाल जन सागर, ये उमंग, ये उत्साह, ये उर्जा..आपलोगों ने राजस्थान के उज्जवल भविष्य की हस्तरेखा आज लिख दी है। अभी हमारे प्रदेश अध्यक्ष बता रहे थे कि आप चुनाव के समय भी हमें समय दीजिए, मैं प्रदेश अध्यक्षजी को विश्वास दिलाता हूँ कि मैं वही नरेन्द्र मोदी हूँ जो कभी हमारे सैनी जी के साथ स्कूटर पर बैठकर संगठन का काम किया करता था, और इसलिए देश, दुनिया के लिए भले ही मैं प्रधानमंत्री हूँ लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लिए एक कार्यकर्ता हूँ, और एक कार्यकर्ता के नाते पार्टी जब भी जो भी जिम्मेवारी देती है उसको जी जान से लग करके पूरा करने का प्रयास करता हूँ। आगे भी, आप सब मिल करके जितनी बार मुझे आने के लिए कहेगें, जहां जहां जाने के लिए कहेगें.. अरे छोटे से बूथ की मिटिंग के लिए भी कहेगें.. ये कार्यकर्ता हाजिर है।”

 भाजपा सरकारों को जनता की सरकार बताया- प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस को एक परिवार के प्रति समर्पित पार्टी बताते हुए कहा-“हमारे यहां एक परंपरा है जब कोई यात्रा करके आता है तो परिचित रिश्तेदार, जान पहचान वाले.. जो यात्रा करके आते हैं उनका स्वागत और उनको प्रणाम करने के लिए पहुंच जाते हैं क्योंकि हमारे मान्यता है कि जो यात्रा करके आता है वो बहुत पुण्य कमा करके आता है और जब हम उसके दर्शन करते हैं… उनके आशिर्वाद लेते हैं तो पुण्य का कुछ हिस्सा हमारे नसीब भी आता है। मेरा आज सौभाग्य है कि चार.. साढ़े चार हजार किलोमीटर की यात्रा करके राजस्थान के साढ़े सात करोड़ देवी देवता रुप नागरिकों के दर्शन करके .. उनके आशिर्वाद ले करके.. वसुंधरा जी जब यहां पधारी हैं तो मेरा भी यह सौभाग्य है कि आज उनका स्वागत करने का .. उनका सम्मान करने का और मुझे भी इस पुण्य कार्य में शरीक होने का अवसर मिला, मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूँ। ये यात्रा सरल नही होती है और उसमें भी विरोधी दल में रह करके जो मर्जी पड़े बोलने की छुट होती हो मानसिक संतुलन न हो, जहां जाए जो बोलना है बोल दिया.. कोई पूछने वाला न हो.. तब यात्रा बड़ी सरल होती है.. तालियां भी बहुत बजती हैं.. लेकिन पांच साल सरकार चलाने के बाद, पल पल का पाई पाई का हिसाब देने के लिए जनता जनार्दन के बीच जाना, ये बहुत बड़ी जनता के प्रति समर्पण भाव के बिना.. संभव नहीं होता और ये काम भारतीय जनता पार्टी जहां भी चाहे राजस्थान हो, चाहे मध्यप्रदेश हो.. चाहे छत्तीसगढ़ हो.. कहीं पर भी जनता के बीच में जा करके जनता के सामने अपने काम का हिसाब देना.. भारतीय जनता पार्टी कभी भी मुँह नहीं छिपाती है। हम जानते हैं.. हमें झूठ बोलने की आदत नहीं है, हमलोग सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय काम करने वाले लोग हैं। सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के सिद्धांत को लेकरके हम एक नई राजनीति को समर्पित लोग हैं।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की बैंक की राजनीति पर किया प्रहार-प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति को देश के लिए जहरीली संस्कृति बताते हुए कहा “-एक तरफ वोट बैंक की राजनीति का खेल दूसरी तरफ सबका साथ सबका विकास, इस नई राजनीति का दायित्व दोनों आसमान जमीन अंतर होता है। जो वोट बैंक की राजनीति करते हैं उनको कभी हिन्दू मुस्लिम का खेल करने में मजा कभी अगड़े पिछड़े का खेल करने में मजा आता है..कभी ये जाति कभी बिरादारी.. वो जाति वो बिरादरी..कभी शहर कभी गांव … कभी अमीर कभी गरीब…कभी पुरुष कभी स्त्री…कभी बुजुर्ग कभी युवा जहां मौका मिले टुकड़े करो..जहां मौका मिले दरार पैदा करो .. जहां मौका मिले एक दूसरे के सामने कर दो वो लड़ते रहेगें ..हम एक को गले लगा करके अपना चुनावी उल्लू सीधा कर लेगें, ये वोट बैंक की राजनीति का खेल चलता है। तोड़ना सरल होता है, जोड़ने के लिए जिंदगी खपानी पड़ती है, तब जा करके जुड़ता है। हम जोड़ने वाले हैं.. समाज के हर तबके को , समाज के हर वर्ग को। भूभाग भी कोई बहुत आगे निकल जाए, कोई भूभाग बहुत पीछे रह जाए, ये भी हमें मंजूर नहीं है। और इसलिए जब भी किसी को फुर्सत मिले भारतीय जनता पार्टी की सरकारों की, हमारी कार्यसंस्कृति की लेखा जोखा करके देखना है तो करके देखिए कि सबका साथ सबका विकास …सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय, इस मंत्र की ताकत क्या है, उसमें भारत के उज्जवल भविष्य का संकल्प कैसे प्रदर्शित होता है.. कैसे मुखर करके आता है और ये वोट बैंक की राजनीति सिर्फ चुनाव तक ही सीमित नहीं रहती। बड़े बड़े विद्वान बताने वाले, कलम के धनी घंटों तक डिबेट का सामर्थ्य रखने वाले लोग भी, ये बहुत बड़ी गलती कर बैठते हैं कि उनको भी लगता है कि वोट बैंक की राजनीति सिर्फ चुनाव तक ही सीमित है।

जी नहीं… ये पूरी व्यवस्था को तबाह कर देती है, वोट बैंक की राजनीति करने वाले दल अगर सरकार में बैठते हैं तो बाबुओं में भी, मुलाजिमों में भी अफसर मे भी, सरकारी कैडर को भी उस वोट बैंक के तहत बांट देते है और फिर उन्हीं को पद देते हैं, जिले के अंदर उन्हीं अधिकारियों को भेजते है जो उनके वोट बैंक के समीकरण में फिट बैठते हैं । जब तक बोट बैंक वाली सरकार रहती है, आधी व्यूरोक्रेसी सरकारी काम से दूर रहती हैं, ठंडे हो जाते हैं, बैठते हैं कहते हैं कि हमें कौन पूछता है। इसके कारण शासन व्यवस्था को ऐसी दीमक लग जाती, हर कोई दूसरे को शक की नजर से देखता है .. हर कोई काम में अड़ंगे डालने का रास्ता खोजता है हर कोई दूसरे को विफल करने में लगा रहता है और परिणाम..वोट बैंककी राजनीति करने वाले सत्ताधीशों को चार चांद लग जाते हैं लेकिन वो गरीब मुलाजिम, सामान्य परिवार से आया हुआ व्यक्ति वो शासन. पांच साल के लिए एक प्रकार से अपन आप को कोसता रहता है कि मैं यह कहां गया और इसलिए कभी भी ये वोट बैंक की राजनीति करने वालों को अब हिन्दुस्तान के किसी भी कोने में कृपया करके मत घुसने दिजिए। जैसे अफसरों के तबादले उनका वोट बैंक चलती है वैसे पूरी पुलिस डिपार्टमेंट को उसको जाति के रंग में रंग देते हैंऔर इसके कारण शासन व्यवस्था एक गंभीर बीमारी की शिकार हो जाती है। हम जब सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय इस मंत्र को लेकर चलते हैं तो हम गवर्नेस को उसके उसूलों को बनाये रखने के लिए जी जान से जागृति प्रयास करते रहते हैं तब जा करके विकास की दिशा सही रहती है। जब बजट आवंटन करना होता है, जब रोड बनाना हो, कहीं नहर बनानी हो , कहीं तालाब बनाना हो, कहीं बिजली पहुंचानी हो ये वोट बैंक की राजनीति करने वाले हिसाब लगाते है कि हमें वोट देने वाली जो बिरादरी है वो तो उस इलाके में यह ही नहीं तो फिर तय करते हैं कि उनके लिए बजट देने की जरुरत नहीं है। इसलिए राज्य का जो समग्र विकास होना चाहिए वह नहीं होता है। दुर्भाग्य है साठ साल तक कांग्रेस ने देश में यही परंपरा पैदा की है वरना ये देश, यहां के नागरिक छोटा सा भी अवसर मिल जाए तो अपने पुरुषार्थ से अपन पराक्रम से अपने क्षेत्र को अपने गांव को अपने काम को चार चांद लगने की ताकत रखते हैं लेकिन ये राजनीति कांग्रेस को मंजूर नहीं थी।.. अरे वंसुधरा जी आप उनपर इतना नाराज क्यो होती हो हिन्दुस्तान में वो कहीं ऐसा नहीं करते, किसी भी राज्य मे नहीं करते क्योंकि उनको तो एक परिवार की आरती उतारो, उस परिवार की परिक्रमा करो उनकी राजनीति तो चल जाती है। ये तो हम लोग हैं जो साढ़े सात करोड़ लोगों को परिक्रमा करने के लिए चले जाते हैं, उनकी चरण रज माथे पर लगाते हैं क्योंकि हमलोगों का हाई कमान इनकी राजनीति एक परिवार की परिक्रमा करने से काम हो जाता..क्योंकि हमारे हाईकमान साढ़े सात करोड़ लोग है।

भाजपा सरकारें विकास करती हैं-प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस का काम  एक परिवार की परिक्रमा करना है, यह सब बातें देश की जनता और राजस्थान की जनता जानती है। उनके वोट बैंक की राजनीति से गुंड़े और दबंगों का राज कायम हो जाता है। सरकारी काम के ठेके इन्हीं दबंगों को कांग्रेस सरकारें देती रहीं ताकि उनकी सत्ता कायम रहे लेकिन भाजपा की सरकार विकास करती है।भाजपा का रास्ता प्रगति का रास्ता है। कांग्रेस ने साठ सालों में राजस्थान के 13 लाख परिवारों को बिजली नहीं दे सकी जिसे भाजपा की सरकार ने मात्र चार साल में पूरा कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास को टुकड़ों में नहीं देखती है। भाजपा की सरकारें संवदेनाओं के साथ काम करती हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से कहा कि हमें कांग्रेस को सत्ता से दूर रखकर देश और राजस्थान को  तबाही के रास्ते पर ले जाने से बचाना है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए न्यूनत्तम समर्थन मूल्य बढ़ाकर किसानों की जेब में हर साल 62 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया है, जो कांग्रेस की सरकारें नहीं कर सकीं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस को विपक्ष की भूमिका में असफल बताते हुए कहा कि वे झूठ का सहारा लेकर अनाप शनाप बातें करते हैं, जो देश के लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है। विपक्ष की भूमिका जनता के भलाई के लिए सत्ता पक्ष की रचनात्मक आलोचना होनी चाहिए।

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