प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी 7 शिखर सम्मेलन और तीन देशों की सफल यात्रा के बाद स्वदेश लौट आए हैं। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक में साफ किया कि भारत पाकिस्तान के बीच सभी मु्द्दे द्विपक्षीय है और इसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं है। प्रधानमंत्री ने जी 7 सम्मेलन के इतर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप समेत कई विश्व नेताओं से मुलाकात कर जलवायु परिवर्तन और डिजिटल क्रांति जैसे मुद्दों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, “अलविदा फ्रांस! तीन देशों फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन की सार्थक यात्रा संपन्न। इस दौरान द्विपक्षीय और बहुपक्षीय वार्ताएं हुईं। मित्र देशों के साथ भारत के संबंधों को गहराई दी गयी।
Au revoir France!
Closing the curtains on an action-packed 3-nation visit to France, UAE & Bahrain comprising of bilateral & multilateral engagements, PM @narendramodi departs for Delhi. Deepened India’s relations with friends, and projected our voice on the global stage. pic.twitter.com/IinX0w9vQh
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) August 26, 2019
अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रधानमंत्री ने दो टूक कहा कि भारत और और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं और इस में किसी अन्य पक्ष की कोई भूमिका नहीं है। कश्मीर के मुद्दे पर ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान बातचीत कर हल निकाल सकते हैं। कश्मीर का नाम लिए बिना प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि दोनों देशों के समक्ष अशिक्षा, बीमारी और गरीबी जैसी कई चुनौतियां हैं, जिनका भारत और पाकिस्तान मिलकर सामना कर सकते हैं।
अपनी तीन देशों की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन की यात्रा की। प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस में जी 7 शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लिया। यहां उन्हें विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल है जिन्हें जी-7 बैठक के लिए विशेष आमंत्रण दिया गया था। प्रधानमंत्री मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में पर्यावरण, जलवायु, महासागर और डिजिटल क्रांति पर विभिन्न सत्रों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जी 7 सम्मेलन से इतर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रों के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी सॉल और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात की।
इसके पहले मनामा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बहरीन के शीर्ष पुरस्कार किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां (The King Hamad Order of the Renaissance) पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान बहरीन के किंग हमद बिन इसा बिन सलमान अल खलीफा ने भारत के खाड़ी देशों के साथ मित्रता को मजबूत करने और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने की मान्यता के तौर पर दिया।
इससे पहले 24 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यूएई के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ जायेद से सम्मानित किया गया। अबू धाबी में क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने प्रधानमंत्री मोदी को ऑर्डर ऑफ जायेद से सम्मानित किया। जायेद मेडल किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष को दिया जाने वाला यूएई का सबसे बड़ा सम्मान है। प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान दोनों देशों के बीच दोस्ती और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए दिया गया है। यह सम्मान यूएई के संस्थापक शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के नाम पर है। यह सम्मान भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच विशेष संबंधों का परिचायक है। प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान देने की घोषणा इस साल अप्रैल में की गई थी।