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प्रधानमंत्री मोदी को मिले उपहारों को पाने का बेहतरीन मौका, ऑनलाइन नीलामी शुरू

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले उपहारों को अगर आप हासिल करना चाहते हैं तो आपके लिए यह एक बढ़िया मौका है। प्रधानमंत्री मोदी को मिले गिफ्ट की नीलामी आज 14 सितंबर से शुरू हो गई है। संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल ने ई-नीलामी की शुरुआत की। प्रहलाद पटेल के अनुसार कुल 2772 उपहारों की ऑनलाइन नीलामी 14 सितंबर से 3 अक्टूबर तक की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी को देश भर से मिले 2772 उपहारों में 576 शॉल, 964 अंगवस्त्रम और 88 पगड़ियां शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी को मिले उपहारों में चांदी की तलवार से लेकर प्रधानमंत्री की थ्री डी इमेज वाली कलाकृति तक शामिल है। प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री मोदी की पेंटिग फोटो भी हैं। नीलामी होने वाली कलाकृतियों में कृष्ण की कई सुन्दर मूर्तियां, चांदी और सोने से मढ़ी तलवारें, पगड़ियां, तीर-धनुष, मूर्तियां, अशोक स्तम्भ, प्रतिमाएं और कई पेंटिंग भी हैं। नीलामी की न्यूनतम राशि 200 रुपए और अधिकतम राशि 2.5 लाख रुपए है। नीलामी के लिए हर वस्तु की सुरक्षित कीमत रखी गयी है और उस पर आपको बोली लगानी होगी।

नीलामी से एकत्रित हुई राशि को केन्द्र सरकार की गंगा सफाई की योजना ‘नमामी गंगे’ के लिए दिया जाएगा। आप https://www.pmmementos.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन नीलामी में शामिल हो सकते हैं।

इसके पहले फरवरी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र को देशभर में मिले उपहारों की नीलामी दिल्ली के नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में संपन्न हुई। नीलामी में देश भर के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान 1800 स्‍मृति चिन्‍हों की सफलतापूर्वक नीलामी की गई। इसमें से उपहार में मिला लकड़ी का अशोक स्तंभ 13 लाख रुपये में नीलाम हुआ।

नीलामी में भगवान शिव की एक मूर्ति आधार मूल्य पांच हजार रुपये से करीब 200 गुना अधिक कीमत 10 लाख रुपये में नीलाम हुई।

प्रधानमंत्री को असम के माजुली से मिली एक पारंपरिक होराई की नीलामी 12 लाख रुपये में हुई है, जबकि अमृतसर में एसजीपीसी से मिला प्रतीक चिह्न डिविनीटी 10 लाख रुपये में नीलाम हुई।

गौतम बुद्ध की एक प्रतिमा की नीलामी 7 लाख रुपए में हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी को मिले उपहारों में पगड़ियां, अंगवस्त्र, जैकेट, धातु व लकड़ी के उपहार, मूर्तियां, पेंटिंग, वाद्य यंत्र समेत कई ऐतिहासिक चीजें शामिल हैं। ये देश के लगभग सभी राज्यों की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करते हैं। गाय-बछड़ा, रथ पर सवार गीता का उपदेश देते कृष्ण की भी मूर्तियां हैं। इसी तरह ढोलक, गदा, तीर कमान के साथ अन्य उपहार हैं। इनमें से कई उपहार और पेंटिंग काफी आकर्षक हैं। इस नीलामी से जुटाई गई राशि का उपयोग नमामि गंगे परियोजना में की जाएगी।

बालिका शिक्षा के लिए कर दिया दान
प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने से पहले श्री मोदी अक्टूबर 2001 से मई 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उस दौरान उन्हें 18,000 से अधिक उपहार मिले। मार्च 2014 में इन सभी उपहारों की नीलामी से लगभग 19 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। इस धन को मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य में बालिकाओं की शिक्षा के लिए चलायी जा रही योजना में दान कर दिया। इन उपहारों में कई तरह की कलाकृतियों के साथ सोने और चांदी के 103 उपहार थे।

पिछले एक साल में मिले 168 विदेशी उपहार
प्रधानमंत्री मोदी को पिछले एक वर्ष में विदेश यात्राओं के दौरान 168 उपहार मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्हें मिले उपहारों में फाउंटेन पेन, सेलेंगर लिमिटेड एडिशन पट्टिका, मो ब्लॉ की कलाई घड़ी, टी सेट, चीनी मिट्टी के बर्तन, मंदिर एवं चैत्य की प्रतिकृतियां, विष्णु लक्ष्मी, भगवान गणेश की प्रतिमा, पेंटिंग, कालीन, बुलेट ट्रेन का मॉडल, फोटोग्राफ, पुस्तकें आदि शामिल हैं।

मुक्तिनाथ और पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति
प्रधानमंत्री मोदी को पिछले एक वर्ष में विदेश यात्रा के दौरान महाभारत की प्रति, योग मैट (चटाई), चांदी की कटोरी, मुक्तिनाथ और पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति, एशियाई खेल 2018 के शुभंकर से जुड़ा खिलौना, अमृत कलश, धातु का ट्रे, लकड़ी का बना श्रीलंकाई हाथी, क्रिस्टल का कटोरा, चीन की प्राचीन चाइम घंटी की प्रतिकृति, शॉल, गरूड़ विष्णु की धातु निर्मित मूर्ति, कंबल, मफलर, कार्डिगन जैसे उपहार मिले। प्रधानमंत्री को मेजबान देशों से ‘कल्चरल शॉक, गार्डन ऑफ अस्ताना, रूसी भाषा की एक पुस्तक, बाल्मिकी रामायण का एक सेट, बेलारूस की धरोहर पर एक पुस्तक भेंट की गई। इसके अलावा उन्हें डालफिन की पेंटिंग, बच्चों की बनाई पेंटिंग, चांदी की कटोरी, महोगनी की लकड़ी की ट्रे, ग्लास, चाय की केतली जैसे तोहफे भी प्राप्त हुए।

धानमंत्री मोदी जब कभी किसी विदेशी मेहमान या राष्ट्राध्यक्ष से मिलते हैं तो वह भारतीय परम्परा या संस्कृति से जुड़ा कोई ना कोई गिफ्ट उन्हें जरूर देते हैं। इस गिफ्ट के जरिये प्रधानमंत्री मोदी किसी भी वैश्विक नेता के साथ एक सहज संबंध भी स्थापित कर लेते हैं।

आइये देखते हैं प्रधानमंत्री मोदी ने किन-किन लोगों को कौन सा गिफ्ट दिया –

शिंजो आबे को तोहफे में भेंट की अनोखी चीजें
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में जापान दौरे पर अपने खास दोस्त प्रधानमंत्री शिंजो आबे को अनोखी चीजें तोहफे में भेंट की। प्रधानमंत्री मोदी ने आबे को कास्तकारी वाली दरियां और प्रस्तर की दो हस्तनिर्मित कटोरेनुमा पात्र उपहारस्वरूप भेंट किए। ये पात्र राजस्थान के गुलाबी स्फटिक और पीला स्फटिक की हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें परंपरागत पच्चीकारी वाला लकड़ी का जोधपुरी संदूकची भी भेंट किया।

कटोरी की आकृति वाले इन पात्रों को गुजरात के खंभात क्षेत्र के प्रसिद्ध हस्तशिल्पी शब्बीरहुसैन इब्राहीमभाई शेख ने तैयार किया है। इस क्षेत्र में उनकी कई पीढ़ियां इस कारीगरी में लगी हैं और भारत में इस क्षेत्र को प्रस्तर उत्पादों के निर्यात के केंद्र के रूप में ख्याति हासिल है। ये उपहार इसलिए खास हैं कि इन्हें हाथ से चलने वाले औजारों से तैयार किया गया है।

प्रधानमंत्री आबे को भेंट की गई दरियों को भी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के इस कला के उस्तादों ने तैयार किया है। इनमें ऐसे रंगों का प्रयोग किया है जो कि विश्व में भारतीय वस्त्रों में सदियों से प्रयुक्त किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी के गिफ्ट से झूम उठीं फ्रांस की पहली महिला

हाल ही में भारत दौरे पर आए फ्रांसिसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की पत्नी ब्रिगिटी मैक्रों को भी जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गिफ्ट दिया, तो उनके चेहरे की खुशी देखने लायक थी। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रों और उनकी पत्नी को सबसे पहले वाराणसी में गंगा घाटों के दर्शन कराए और फिर हस्तशिल्प कला से परिचय करवाया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस की प्रथम महिला को गुलाबी मीनाकारी से तैयार खूबसूरत झुमके भेंट दिए। झुमके का आकर्षण बिग्रटी के चेहरे पर खुशी के रूप में देखने को मिली। म्यूजियम में लाइव डेमोंस्ट्रेशन के दौरान जरी जरदोजी के स्टॉल पर आए। महिला बुनकर लोहता की अफसाना और तरन्नुम ने फ्रांस का एबलम दिखाया, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्राध्यक्ष को भेंट किया। अफसाना से फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने हाथ भी मिलाया।

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को यहूदियों से जुड़ी कलाकृति
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू को केरल से पुरावशेष के दो सेट की प्रतिकृतियां उपहार स्‍वरूप भेंट की, जिन्‍हें भारत में यहूदियों के लंबे इतिहास में प्रमुख कलाकृतियों के तौर पर जाना जाता है। इनमें तांबे के प्‍लेटों के दो अलग-अलग सेट शामिल हैं। समझा जाता है कि इन पर 9-10वीं शताब्‍दी सी. ई. में लिखा गया होगा।

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायल के प्रधानमंत्री को एक टोरा स्‍क्रॉल भी भेंट किया जिसे केरल के परदेसी यहूदी समुदाय ने दान दिया था। करीब सौ साल पहले हस्‍तलिखित यह स्‍क्रॉल कोच्चि के परदेसी सिनेगॉग को समर्पित किया गया था, जिसे 1568 में बनाया गया था। टोरा लकड़ी के एक बक्‍से में लकड़ी के दांतों से घिरा है जो चांदी की चादर से ढंका हुआ है और धातु का मुकुट पुष्‍प आभूषण की तरह सोने की चादरों से ढंका है। इसे दक्षिण भारत की सजावटी वस्‍तुओं से क्राउन को ठेठ तरीके से सजाया गया है।

अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप को दिया लिंकन की पुण्यतिथि पर जारी भारतीय डाक टिकट, शहद और चाय
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पीएम नरेन्द्र मोदी ने 1965 में भारत सरकार द्वारा जारी स्मारक डाक टिकट की मूल फोलियो भेंट दी। यह डाक टिकट अब्राहम लिंकन की पुण्यतिथि की शताब्दी दिवस पर जारी किया गया था। इसके अलावा मोदी ने ट्रंप को हाथ से बनी हिमाचली सिल्वर ब्रासलेट, कांगड़ा घाटी की चाय और शहद, हाथों से बुना जम्मू कश्मीर का शॉल उपहार में दिया।

सउदी के शाह को जुमा मस्जिद की रिप्लिका भेंट
सउदी अरब के दौरे पर गए तो पीएम मोदी ने सउदी के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद को केरल की चेरामन जुमा मस्जिद की सोने की रिप्लिका भेंट की। कहा जाता है कि केरल के थिरूस्सर जिले में बनी यह मस्जिद भारत की पहली मस्जिद है, जिसे मुहम्मद साहब के जीवन में ही बनवा दिया था।

ईरान के शीर्षस्थ नेता अयातुल्ला खुमौनी को दिया पवित्र कुरान की दुर्लभ पांडुलिपि
खुमौनी को पवित्र कुरान की 7वी सदी की एक दुर्लभ पांडुलिपि उपहार में दी। यह कुरान कुफिक लिपि में लिखी गई है। इस लिपि का श्रेय पैगंबर मोहम्मद साहब के दामाद हजरत अली को दिया जाता है। शिया बहुल देश होने के चलते ईरान में इसका विशेष महत्व है।

ईरान के राष्ट्रपति को रामायण का फारसी अनुवाद और मिर्जा गालिब की फारसी में लिखी शायरी का एक विशेष संग्रह
ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी को मिर्जा गालिब की फारसी में लिखी शायरी के विशेष रूप से तैयार किया गया संग्रह भेंट दिया। सबसे पहले 1863 में प्रकाशित कुलियात-ए-फारसी-ए-गालिब गालिब की 11 हजार से अधिक आयतों का संग्रह है। सुमेरचंद के रामायण के फारसी अनुवाद को भी उन्हें उपहार में दिया। 1715 में अनुदित यह रामायण की दुर्लभ पांडुलिपि है। इसमें 260 से अधिक रेखाचित्र है, जो संभवत किसी भी हस्तलिखित रामायण की पांडुलिपि में सर्वाधित संख्या है।

तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को दिया महात्मा गांधी की लिखी गीता
2015 में अमेरिकी दौरे पर गए। तब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को महात्मा गांधी द्वारा लिखी गई गीता भेंट में दी थी। गीता की इस प्रति को विशेष रूप से खादी से कवर किया गया था। ओबामा के लिए यह उपहार दिल को छूने वाला था, क्योंकि बराम ओबामा महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानते हैं।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कैमरन को हस्तशिल्प की बेहतरीन कलाकृति
ब्रिटेन के दौरे पर गए तब वहां के तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को हस्तशिल्प की बेहतरीन कलाकृति बुकेन्ड्स भेंट की। इस बुकेन्ड्स को लकड़ी, मार्बल और सिल्वर से तैयार किया गया था। बुकेन्ड्स के मध्य भाग में चांदी की घंटी थी, जिस पर संस्कृत में गीता के श्लोक को इसके अंग्रेजी के अर्थ के साथ उकेरा गया था। बुकेन्ड्स को टेबल या आलमारी में पुस्तकों को सीधा रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

तत्कालीन फ्रांसिस राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद को पेंटिंग
पीएम मोदी फ्रांस गए तो वहां के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद को ‘ट्री ऑफ लाइफ’ पेंटिंग तोहफे में दी। यह भारत में प्रकृति के प्रति पारंपरिक सामाजिक सम्मान को प्रदर्शित करती है। इसमें भारतीय हस्तकरघा की विशेष छाप है। इसे ओडिशा के कलाकार भास्कर महापात्र ने रेशम पर तैयार किया। 

पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शरीफ को राजस्थानी पगड़ी
अफगानिस्तान से लौटते समय पीएम मोदी थोड़ी देर के लिए लाहौर स्थित तत्कालीन पाक पीएम नवाज शरीफ के घर गए थे। तब शरीफ की नातिन की शादी थी। इस दौरान उन्होंने नवाज शरीफ को राजस्थानी पगड़ी भेंट की थी। शादी के मौके पर शरीफ ने यह पगड़ी पहनी भी थी। 

उज्बेकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति करिमोव को दिया खुसरो की पुस्तक
पीएम मोदी जब उज्बेकिस्तान गए। उन्होंने उज्बेकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति इस्लाम करिमोव को 13वीं सदी के सूफी कवि अमीर खुसरो की पुस्तक खमसा-ए-खुशबू भेंट की। इस पुस्तक को विशेष रूप से फिर से प्रकाशित किया गया। अमीर खुसरो का जन्म भले उत्तर प्रदेश में हुआ, लेकिन उनके पिता उज्बेकिस्तान से थे। 

  • ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ से मिलने पीएम मोदी गए। उन्हें असम के मकईबारी क्षेत्र की अवार्डी चाय और जम्मू कश्मीर की आर्गेनिक शहद भेंट स्वरूप दिया।  
  • पीएम मोदी जब जापान गए तो उन्होंने जापान के पीएम शिंजो अबे को जापानी भाषा में लिखा गीता की विशेष प्रति भेंट की। इसके साथ ही उन्हें विवेकानंद से जुड़ी एक पुस्तक भी उपहार स्वरूप दिया गया।
  • संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून को चरखा पर सूत काटते महात्मा गांधी की बड़ी पेटिंग्स उन्हें भेंट की गई।
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चाइनीज मेंडारिन भाषा में गीता उपहार में दिया।
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आस्ट्रेलियन प्रधानमंत्री टोनी अबोट को भगवत गीता के साथ-साथ योग पर आधारित पुस्तक भी भेंट की।
  • प्रधानमंत्री नेपाल गए तो पशुपतिनाथ मंदिर में चढ़ावे के रूप में 2500 किलो चंदन और 2400 किलो घी दिया। 

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