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प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशों में बढ़ाया भारत का मान, कम खर्च में कीं मनमोहन सिंह की तुलना में अधिक यात्राएं

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद बीते चार वर्षों में विदेशों में भारत की धमक बढ़ गई है। यह पीएम मोदी की नीतियों और उनके व्यक्तित्व का ही असर है कि आज अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन, चीन जैसे चोटी के देश भारत की बात को गंभीरता से लेते हैं। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स, आसियान जैसे तमाम अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की भागीदारी भी बढ़ी है। अक्सर विपक्ष द्वारा पीएम मोदी की विदेश यात्राओं को लेकर सवाल उठाए जाते हैं और उन पर खर्च को लेकर भी बातें बनाईं जाती हैं। पर सच्चाई यह है कि पीएम मोदी ने अपने पूर्ववर्ती डॉ. मनमोहन सिंह की तुलना में ज्यादा विदेश यात्राएं की हैं और खर्च भी कम किया है।

कम खर्च में की अधिक विदेश यात्राएं
पीएम मोदी के विदेशी दौरों पर अधिक खर्च होने के कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों के आरोपों की सच्चाई अब सामने आ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्राओं पर करीब उतना ही खर्च हुआ है, जो कि यूपीए-2 के शासन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की विदेश यात्राओं पर हुआ था। सच्चाई यह भी है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की तुलना में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उतने ही खर्च में अधिक देशों की यात्राएं की हैं|

यूपीए-2 के पहले चार वर्षों 2009 -2013 में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने 31 विदेश यात्राएं की और इनपर 386.35 करोड़ रुपये खर्च हुए, जबकि पीएम मोदी ने चार वर्षों में मनमोहन सिंह की तुलना अधिक देशों की यात्रा की और इन विदेशी यात्राओं पर सिर्फ करीब 91 लाख रुपये अधिक 387.26 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसके इलावा प्रधानमंत्री मोदी ने चार वर्षों में भारतीय वायु सेना के बीबीजे विमान पर पड़ोसी देशों के लिए पांच अतिरिक्त विदेशी दौरे किए हैं, जिसके लिए सरकार को भुगतान नहीं करना पड़ा था।

पीएमओ पर दिए आंकड़ों के मुताबिक, पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह के मुकाबले विदेश दौरों पर ज्यादा दिन गुजारे। जहां यूपीए-2 के शुरुआती 4 सालों में मनमोहन सिंह ने 131 दिन विदेश में गुजारे, वहीं पीएम मोदी ने 155 दिन। यूपीए-2 के पूरे कार्यकाल में डॉ. मनमोहन सिंह ने 161 दिन विदेश में गुजारे और पीएम मोदी ने आज तक अपने कार्यकाल में 182 दिन विदेश में गुजारे। जहां मनमोहन सिंह ने यूपीए-2 के कार्यकाल में कुल 38 विदेश दौरे किए, वहीं पीएम मोदी ने 3 अफ्रीकी देशों के हालिया दौरे को मिलाकर अब तक 43 विदेश दौरे किए हैं। जाहिर है कि पीएम मोदी ने कई ऐसे देशों का दौरा किया है, जहां उनसे पहले कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री नहीं गया था।

विदेश यात्राओं के औसत खर्च के आंकड़ों पर नजर डालें तो पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के एक विदेशी दौरे पर औसतन 12.45 करोड़ रुपये खर्च हुए, जबकि पीएम मोदी के हर विदेशी दौरे पर औसतन 10.75 करोड़ रुपये खर्च हुए। विदेश में प्रतिदिन खर्च का औसत देखें तो डॉक्टर मनमोहन सिंह ने दौरों पर प्रतिदिन 2.94 करोड़ रुपये खर्च हुए, जबकि पीएम मोदी के दौरों पर प्रतिदिन 2.49 रुपये औसतन खर्च हुए।

मनमोहन की तुलना में प्रभावशाली रहे पीएम मोदी के विदेशी दौरे
प्रधानमंत्री मोदी के विदेशी दौरे पर जहां खर्च कम हुआ है, वहीं इनका प्रभाव पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह की तुलना में कई गुना अधिक रहा है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के जमाने में विदेशी दौरे खत्म हो जाते थे और देशवासियों को पता भी नहीं चलता था कि उन्होंने विदेश में जाकर क्या किया है, क्या कहा है। आज जब पीएम मोदी विदेशी दौरे पर जाते हैं तो उनके दौरे से कई दिनों पहले ही भारत समेत पूरी दुनिया में इसका शोर सुनाई पड़ने लगता है। प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्राओं ने भारत की छवि को दुनिया भर में ऊपर उठा दिया है। आज पूरी दुनिया का नजरिया भारत के प्रति बदल चुका है। पीएम मोदी की नीतियों का ही नतीजा है कि आज तमाम देश भारत में अधिक से अधिक निवेश करना चाहते हैं। भारत में विदेशों से आने वाले पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी है। सबसे बड़ी बात है कि पीएम मोदी जब भी किसी देश में जाते हैं तो वहां रहने वाले भारतीयों से सीधा संवाद करते हैं और भारत की विकास गाथा को उनके सामने रखते हैं। प्रधानमंत्री मोदी से पहले ऐसा किसी भी भारतीय पीएम ने नहीं किया था।

प्रधानमंत्री मोदी की शख्सियत का ही असर है कि कई विदेशी राष्ट्राध्यक्ष, विदेशी शिक्षाविद् और अर्थशास्त्री भी प्रधानमंत्री मोदी और उनकी नीतियों की तारीफ कर चुके हैं। अमेरिका, जर्मनी, इंग्लैंड, फ्रांस, जापान, चीन और इजरायल समेत तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्ष समय-समय पर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते रहे हैं। विदेशी अर्थशास्त्रियों और राष्ट्राध्यक्षों की नजर में कैसे हैं प्रधानमंत्री मोदी और उनकी नीतियां, एक नजर डालते हैं।

ब्रिटेन के पूर्व पीएम कैमरन ने की तारीफ: कहा- भारत भाग्यशाली है, क्योंकि उसके पास मोदी हैं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्य करने की शैली ही ऐसी है कि हर कोई उनकी तारीफ करता है। हाल ही में ब्रिटेन के पूर्व पीएम डेविड कैमरन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि भारत भाग्यशाली है कि उसके पास स्पष्ट दृष्टि वाला नेतृत्व है। इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की वार्षिक आम बैठक में एक सवाल के जवाब में कैमरन ने कहा कि, भारत भाग्यशाली है कि उसके पास स्पष्ट दृष्टि वाला नेतृत्व है। जब मैं प्रधानमंत्री मोदी से मिला तो मैंने देखा कि उनके पास दीर्घकालिक समस्याओं को लेकर गहरी सोच है। प्रधानमंत्री कैमरन ने यह भी कहा कि भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और इसे अपने आकार की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था कहा जाता है।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने की तारीफ
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ इन ने भी हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है। राष्ट्रपति मून ने नई दिल्ली से रवाना होने के बाद ट्वीट करके कहा कि, ‘भारत से रवाना हो रहा हूं, मैंने भारत में उसके दयालु और उदार लोगों के बीच चार दिन गुजारे। भारतीय लोगों की आंखों में ईश्वर वास करते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे व्यक्ति है जिन्होंने अपने पूरे जीवन में सद्भावना के महत्व को जाना है, जिस तरह भारत के पूरे इतिहास में है।’

अमेरिकी प्रोफेसर ने की PM मोदी की तारीफ, कहा पहली बार भारत में ईमानदार और जनता को समर्पित सरकार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्य करने की शैली ही ऐसी है कि हर कोई उनकी तारीफ करता है। अमेरिका के एक प्रोफेसर ने प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार की तारीफ के पुल बांधे हैं। इस प्रोफेसर का कहना है कि पहली भारत में कोई ऐसी सरकार बनी है, जो भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं और गंभीरता के साथ देश के लोगों की भलाई के लिए कार्य कर रही है।

अमेरिका के एकाउंट्स के प्रोफेसर ने यूएस के सीएफए एसोसिएशन में प्रधानमंत्री मोदी के बारे में बोलते हुए कहा, “भारत में पहली बार ईमानदार, भ्रष्टाचार विरोधी और जनता के लिए गंभीरता से काम करने वाली सरकार बनी है।” प्रोफेसर ने आगे कहा, “भारत काफी वर्षों से एक नेतृत्व के लिए संघर्ष कर रहा था, और पीएम मोदी के रूप में देश को एक मेहनती, ईमानदार नेता मिला है। उनकी पार्टी और सरकार वास्तव में जनता के लिए काम कर रही है।” इस प्रोफेसर ने ये भी कहा है कि तमाम तरह के राजनीतिक विरोध के बाद भी पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ रही है और एशिया की एक प्रमुख इकोनॉमी बन गई है।

फ्रांसीसी राष्ट्रपति भी हुए प्रधानमंत्री मोदी के मुरीद
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा की है। प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि, ‘वह प्रधानमंत्री मोदी के विजन, विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से प्रभावित हैं।’ राष्ट्रपति ने कहा कि, ‘हम इस एजेंडे में भारत के साथ हैं, विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय सोलर एलायंस को लेकर।’ इंडिया टुडे पत्रिका के साथ इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि, ‘मेरे विचार में आजादी और व्यक्तिगत दर्शन के साथ पीएम मोदी बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हैं। वह भारत की संप्रभुता के साथ बहुत घनिष्ठ हैं, जैसा मैं अपने देश की संप्रभुता के साथ हूं।’

फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने भी की प्रशंसा
इसके पहले फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने प्रशंसा करते हुए कहा था कि, ”मैं प्रधानमंत्री मोदी के दृढ़निश्चय और कूटनीतिक सूझबूझ का कायल हूं। पीएम नरेंद्र मोदी ने क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस में अहम भूमिका निभाई और दुनिया को नई राह दिखाई।”

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की पीएम मोदी की तारीफ
निक्की हेली से पहले दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी कई मौकों पर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर चुके हैं। पिछले वर्ष जून में प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद यात्रा की थी। इस दौरान दोनों नेताओं में मुलाकात हुई और फिर दोनों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी का अपना सच्चा मित्र बताते हुए कहा कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए दोनों देश साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने अफगानिस्तान में भारत के सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया।

पिछले वर्ष नवंबर में भी अमेरिकी राष्ट्रपपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने विदेश दौरे के दौरान कहा कि पीएम मोदी ने लोगों को एक साथ लाने की दिशा में काम किया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने शानदार ग्रोथ हासिल की है, और वो देश की प्रगति के लिए बहुत ही सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत ने खुली अर्थव्यवस्था को आत्मसात किया है तब से इसने शानदार ग्रोथ प्राप्त की है और नए- नए अवसर पैदा किए हैं।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा भी मान चुके हैं पीएम मोदी का लोहा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ पीएम मोदी के मजबूत संबंध जगजाहिर हैं। 2015 में गणतंत्र दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था। भारत आने से पहले ओबामा ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की थी, उन्होंने चाय बेचने से लेकर प्रधानमंत्री तक के सफर का जिक्र करते हुए कहा था कि यह भारतीयों की इच्छाशक्ति को दर्शाता है। श्री ओबामा ने कहा था कि पीएम मोदी का विजन एकदम साफ है और उनकी ऊर्जा प्रभावित करने वाली है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी विकास के रास्ते में रोड़े अटकाने वाले मुद्दों को फौरन हटाने को तैयार हो जाते हैं। पिछले साल दिसंबर में जब पूर्व अमेरिका राष्ट्रपति ओबामा ने भारत का दौर किया था, तभी उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए, उन्हें कड़े फैसले लेने वाला नेता बताया था। बराक ओबामा ने कहा कि मोदी के पास देश के लिए विजन है।

प्रधानमंत्री मोदी महान देशभक्त हैं: नेतन्याहू
हाल ही में भारत के 6 दिवसीय दौरे पर आए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच और कार्यशैली के कायल हो गए। नेतन्याहू ने कहा कि पीएम मोदी पूरी तरह से भारत के विकास के लिए समर्पित हैं। उन्होंने पीएम मोदी को महान देशभक्त बताया और कहा कि पीएम मोदी वही करते हैं, जो भारत के लिए अच्छा होता है। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी को क्रांतिकारी नेता बताया और कहा कि उनका विजन बहुत स्पष्ट है। प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि पीएम मोदी के इजरायल दौरे से हमारी दोस्ती शुरू हुई थी, हमारी दोस्ती दोनों देशों में शांति लाएगी, मेरी यह यात्रा शांति, समृद्धि और विकास के लिए है, शांति और खुशहाली के लिए यह साझेदारी अहम है।

जापानी पीएम शिंजो आबे ने की पीएम मोदी की प्रशंसा
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे पीएम मोदी के अच्छे दोस्तों में शामिल हैं। पीएम शिंजो आबे भी कई मौके पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा कर चुके हैं। पिछले वर्ष सितंबर में शिंजो आबे ने जब भारत का दौरा किया था, तब अहमदाबाद में पीएम मोदी ने उनके साथ रोड शो किया था। इस मौके पर दोनों नेताओं ने अहमदाबाद-मुंबई के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उन्होंने पीएम मोदी की प्रगतिशील सोच की तारीफ करते हुए है कि अब दोनों देशों का सहयोग सिर्फ द्विपक्षीय नहीं रहा है, बल्कि यह सामरिक और वैश्विक साझेदारी में विकसित हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत और जापान स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानव अधिकार और कानून का नियम जैसे बुनियादी मूल्यों को साझा करते हैं। उस वक्त आबे ने अपने भाषण में जय इंडिया, जय जापान का नारा भी दिया।

भारत को तरक्की के रास्ते पर ले जा रहे हैं पीएम मोदी: ऑस्ट्रेलियाई पीएम
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना कर चुके हैं। पिछले वर्ष अप्रैल में जब टर्नबुल भारत के चार दिवसीय दौरे पर आए थे, तब उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत तरक्की और विकास के असाधारण रास्ते पर बढ़ रहा है। ऑस्ट्रेलियाई पीएम मैल्कम टर्नबुल ने कहा कि हमारा भारत के साथ मजबूत रिश्ता है और इसे और मजबूत करना है। हम इतिहास और मूल्यों के द्वारा एक-दूसरे से जुड़े हैं। उन्होंने कहा था कि दोनों देश तरक्की और विकास के रास्ते की यात्रा पर आगे चल रहे हैं। आज पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की उपलब्ध‍ियों की पूरी दुनिया में सराहना हो रही है, ऐसे में हम भारत के साथ रिश्तों को और गहरा करना चाहते हैं।

जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने आतंकवाद से लड़ने में मोदी की तारीफ की
पिछले वर्ष मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी की यात्रा की थी। इस मौके पर दोनों देशों के बीच तमाम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। जर्मनी की चांसलर एंजला मर्केल ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बताया की उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से आतंकवाद और जलवायु के मुद्दे पर चर्चा की, और इन अहम मुद्दों पर पीएम मोदी के विचारों से काफी प्रभावित हुईं हैं। दुनिया के सामने आतंकवाद समेत कई चुनौतियां हैं, इनका सामना करने के लिए मानवतावादी शक्तियों को एकजुट होना होगा। इस अवसर पर पीएम मोदी ने भी कहा कि भारत और जर्मनी एक-दूसरे के लिए बने हैं। जर्मनी की चांसलर ने पीएम मोदी के सम्मान में निजी भोज भी दिया, ब्रैंडनबर्ग जिले में स्थित 18वीं सदी के पैलेस शलॉस मीजेबर्ग के बाग में भोज से पहले दोनों नेता एक साथ टहले और कई मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

चीनी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की तारीफ में पढ़े कसीदे
चीन हमारा पड़ोसी है, और कुछ मुद्दों पर दोनों के बीच विवाद भी है, लेकिन चीन और उसके नेता प्रधानमंत्री मोदी की ताकत से अच्छी तरह वाकिफ हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी कई मौके पर पीएम मोदी की प्रशंसा कर चुके हैं और देश ही नहीं बल्कि वैश्विक मसलों पर उनके विचारों से सहमति जता चुके हैं। पीएम मोदी ने 2014 में जब देश की बागडोर संभाली थी, उसी वर्ष सितंबर में चीनी राष्ट्रपति का भारत दौरा हुआ था। उस दौरे में पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति के स्वागत में अहमदाबाद में साबरमती के तट पर स्वागत के विशेष इंतजाम किए थे। पिछले वर्ष जुलाई में जर्मनी के हैमबर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ब्रिक्स देशों की बैठक में चीनी राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत संकल्प को सराहनीय बताया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख और ब्रिक्स देशों के बीच सामंजस्य स्थापित करने में प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका की सराहना भी की।

फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री भी हुए मुरीद
हाल ही में फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री डॉ. रामी हमदल्लाह ने कहा कि ”प्रधानमंत्री मोदी वैश्विक नेता हैं, वे पश्चिम एशिया के नेताओं के बीच अपने अच्छे रसूख के बल पर इजरायल के साथ हमारा विवाद खत्म करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।”

नीदरलैंड के प्रधानमंत्री ने की प्रशंसा
नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट ने प्रशंसा करते हुए कहा कि, ”प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ग्लोबल इकोनॉमिक पॉवर बन चुका है, हम भारत के साथ कई क्षेत्रों में सहयोग के लिए उत्सुक हैं।”

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने की सराहना
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा कि, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक अच्छे वक्ता और कुशल राजनैतिक व्यक्ति हैं। उनके अफगानिस्तान दौरे के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते और मजबूत हुए हैं। भारत और अफगानिस्तान स्वाभाविक मित्र हैं अफगानिस्तान के विकास के लिए भारत ने अहम योगदान दिया है।”

भूटान के प्रधानमंत्री ने की पीएम मोदी की प्रशंसा
भूटान के प्रधानमंत्री श्री श्रिंग टॉग्बे ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि, ”प्रधानमंत्री मोदी बहुत ही स्नेहशील व्यक्ति हैं और उनको काफी ज्ञान है और वे भूटान के हितैषी हैं। वे हमारे नरेशों को बहुत आदर की नज़र से देखते हैं। वे भारत-भूटान संबंधों के विवरणों को अच्छी तरह जानते हैं और इसीलिए उद्देश्य एवं आशा की भावना जागती है।”

निक्की हेली ने की पीएम मोदी की तारीफ
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने प्रधानमंत्री मोदी के आर्थिक और प्रशासनिक सुधार कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि ट्रंप प्रशासन भी इसी तरह के सुधारवादी कदम अमेरिका में उठा रहा है। इस तरह के कदमों से दोनों लोकतांत्रिक देशों को समान मूल्यों के आधार पर मिलकर काम करने में सुविधा होगी। निक्की हेली ने कहा कि अमेरिका और भारत के संबंधों के विकास के लिए खुले आकाश जैसी संभावनाएं हैं, जिसकी कोई सीमा नहीं होती। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि दोनों देश और ज्यादा सहयोग के साथ कार्य करें। दोनों नेताओं के बीच बेहतर तालमेल भी है। राष्ट्रपति ट्रंप भारत के साथ संबंधों के विकास की व्यापक संभावनाएं देख रहे हैं और भारत के साथ मिलकर ज्यादा कार्य करना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने न सिर्फ विदेशों में भारत का मान बढ़ाया है, बल्कि विदेशों में रह रहे भारतीयों को भी एक नई पहचान दिलाई और उनमें आत्मविश्वास जगाया है। पीएम मोदी ने नई परंपरा शुरू की है, वह जब भी किसी देश के दौरे पर जाते हैं तो वहां भारतीय समुदाय के लोगों से संवाद जरूर करते हैं। एक नजर डालते हैं कि पीएम मोदी अब तक किन-किन देशों में भारतीयों से संवाद कर चुके हैं।

न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वॉयर में किया था भारतीयों को संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले अमेरिकी दौरे में 29 सितंबर 2014 को न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वॉयर में अप्रवासी भारतीयों को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री मोदी को सुनने और उनकी एक झलक पाने के लिए अमेरिका के अलग-अलग हिस्से से लोग भारतीय समुदाय के लोग न्यूयॉर्क पहुंचे थे। मैडिसन स्क्वॉयर खचाखच भरा था और हजारों की संख्या में एनआरआई बाहर लगी स्क्रीन्स पर पीएम मोदी का भाषण सुन रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने वहां अप्रवासी भारतीयों को भरोसा दिलाया था कि वो उनके सपने का भारत बनाएंगे और 21वीं सदी भारत की सदी होगी। पीएम मोदी के प्रति लोगों की दीवानगी ऐसी थी, कि पूरा हॉल मोदी-मोदी के नारों से गूंजता रहा। अमेरिका की धरती पर भारत के किसी प्रधानमंत्री का पहली बार इतना जोरदार स्वागत हुआ था।

सिडनी के अल्फॉन्स एरीना में पीएम मोदी को सुनने उमड़े भारतीय
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, वह 28 वर्षों के बाद ऑस्ट्रेलिया जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे। ऑस्ट्रेलिया में पीएम मोदी को भव्य स्वागत हुआ। 17 नवंबर 2014 को सिडनी के अलफॉन्स एरीना में प्रधानमंत्री मोदी ने हजारों की संख्या में उपस्थित भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने जनधन योजना, मेक इन इंडिया और स्वच्छ भारत अभियान का जिक्र किया। वहां मौजूद लोगों में पीएम मोदी के साथ सेल्फी लेने और उनका ऑटोग्राफ लेने की दीवानगी दिखाई दे रही थी।

कनाडा में 10 हजार से ज्यादा भारतीयों को किया संबोधित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब कनाडा के दौरे पर गए तो उन्होंने वहां भी भारतीय समुदाय के लोगों के साथ संवाद स्थापित किया। पीएम मोदी ने 16 अप्रैल 2015 को टोरंटो के रिको कोलेजियम में मौजूद 10 हजार से ज्यादा भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफेन हार्पर भी मौजूद थे। अपने भाषण में पीएम मोदी ने विकास को हर समस्या का समाधान बताते हुए दूसरों द्वारा छोड़ी गई गंदगी को साफ करने का संकल्प भी जताया।

दुबई के क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय के बीच छाए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अगस्त 2015 को यूएई की यात्रा के दौरान दुबई में खचाखच भरे क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था। अपने भाषण में पीएम मोदी ने यूएई में रह रहे लाखों भारतीयों की खुले दिल से तारीफ की। प्रधानमंत्री मोदी के प्रति लोगों की दीवानगी ऐसी थी कि उनके भाषण के दौरान लगातार मोदी-मोदी के नारे लगते रहे।

लंदन के वेम्बले स्टेडियम में भारतीयों से पीएम मोदी का संवाद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवंबर 2015 में ब्रिटेन का दौरा किया था। इस दौरे में पीएम मोदी ने 14 नवंबर को लंदन के वेम्बले स्टेडियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री मोदी को सुनने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग स्टेडियम पहुंचे थे।

ओमान के मस्कट में गूंजा नमो मंत्र
11 फरवरी, 2018 को अपने पहले ओमान दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मस्कट में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था। मस्कट के सुल्तान काबू स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में आयोजित कार्यक्रम में हजारों की संख्या में मौजूद भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि आप सभी भारत के राजदूत हैं। उन्होंने कहा कि ओमान खाड़ी देशों में हमारा सबसे करीबी पड़ोसी है।  भारत की बढ़ती हुई प्रगति के साथ खाड़ी देशों की भारत में रुचि भी बढ़ रही है। संबोधन के बाद प्रधानमंत्री मोदी पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाकर भारतीय मूल के लोगों का अभिवादन भी स्वीकार किया था।

स्वीडन में भारतीय समुदाय को पीएम मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अप्रैल, 2018 को स्वीडन का दौरा किया था। इस मौके पर श्री मोदी ने स्टॉकहोम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार नए भारत के निर्माण के लिए पूरे प्रयास कर रही है। भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा प्रधानमंत्री मोदी ने कि भारतीय होने का गर्व ऐसी भावना है जो हमें एक-दूसरे को जोड़ती है, मुश्किल समय में एक साथ खड़े होने का बल प्रदान करती है। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में एक ऐसी सरकार है जो भारत की साख के लिए, भारत के स्वाभिमान, भारत को 21वीं सदी में नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए दिन-रात एक कर रही है। पिछले चार वर्षों में हमने विकसित और समावेशी भारत के निर्माण के लिए, न्यू इंडिया के निर्माण के लिए भरसक प्रयास किया है जबकि भारत की आजादी के 75 साल होंगे। संकल्प से सिद्धि का प्रण लिया हुआ है।

रवांडा और युगांडा में भारतीयों से किया संवाद
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने हाल ही में रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका की पांच दिनों की यात्रा की थी। इस दौरान श्री मोदी 23 से 24  जुलाई तक रवांडा में रहे थे और 24 से 25 जुलाई तक युगांडा में रहे थे। पीएम मोदी ने यहां रहने वाले भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की थी और उनके साथ संवाद भी किया था। रवांडा जाने वाले पीएम मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे, जबकि 20 वर्षों बाद कोई भारतीय पीएम युगांडा पहुंचा था।

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