लोकसभा चुनाव के नतीजे एक दिन बाद आने वाले हैं, लेकिन एग्जिट पोल्स ने यह बता दिया है कि नरेन्द्र मोदी दोबारा पीएम बनेंगे और एनडीए की सत्ता में वापसी होगी। पीएम मोदी के लिए यह बड़ी उपलब्धि है क्योंकि चुनाव प्रचार के दौरान जब कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में न्याय स्कीम की घोषणा की तो लगा कि बीजेपी के लिए सत्ता में वापसी की राह मुश्किल हो सकती है। लेकिन पीएम मोदी ने राष्ट्र और जनता केंद्रित मुद्दों से ऐसा माहौल बनाया कि कांग्रेस मुकाबले से ही बाहर हो गई।
2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का पूरा चुनाव प्रचार न्याय NYAY स्कीम पर केंद्रित था। पार्टी ने इस स्कीम की घोषणा के तहत वादा किया था कि वह गरीबों के लिए सालाना 72000 रुपये की न्यूनतम आय सुनिश्चित करेगी। लेकिन एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार ऐसा लगता है कि मतदाता इस योजना से प्रभावित नहीं हुए। आजतक और एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल की मानें तो गरीबी रेखा से नीचे के वर्ग के 45 फीसदी परिवारों ने बीजेपी गठबंधन का समर्थन किया है, जबकि इसी वर्ग के 27 फीसदी परिवारों ने कांग्रेस का समर्थन किया है। गरीब परिवारों से अलग हटकर, सभी तरह की आयवर्ग के 40 फीसदी मतदाताओं ने बीजेपी गठबंधन को सपोर्ट किया है। इसके बाद कांग्रेस और अन्य दलों को सभी आयवर्ग के मतदाताओं का समर्थन हासिल है। जनता के सामने एक तरफ कांग्रेस की न्याय स्कीम थी और दूसरी तरफ बीजेपी का संकल्प पत्र। एग्जिट पोल के अनुमान से लगता है कि जनता ने बीजेपी के संकल्प-पत्र के साथ जाने का फैसला किया।
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कांग्रेस के 72 हजार पर भारी बीजेपी के 12 हजार
- किसानों के लिए – देश के सभी किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ दिया जाएगा। छोटे और सीमांत किसानों के लिए भी पेंशन की सुविधा शुरू की जाएगी। किसान क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाला एक लाख रुपये तक का लोन 5 साल तक ब्याज रहित रहेगा।
- व्यापारियों के लिए – 60 साल से ज्यादा उम्र वाले छोटे दुकानदारों और व्यापारियों के लिए पेंशन योजना की शुरुआत की जाएगी। किसान कार्ड की तर्ज पर व्यापारी कार्ड लॉन्च किया जाएगा। व्यापारियों और सरकार के बीच बेहतर तालमेल के लिए राष्ट्रीय व्यापार आयोग का गठन किया जाएगा।
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- शिक्षा क्षेत्र के लिए – मोदी सरकार ने संकल्प पत्र में कहा कि अगर सरकार वापस आई तो मैंनेजमेंट, इंजीनियरिंग और लॉ कॉलेजों में सीटों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की जाएगी। इन संस्थानों में चार साल का विशेष कोर्स होगा, जो स्कूलों के शिक्षकों में गुणवत्ता के मानत तय करेगा। 2024 तक केंद्रीय विद्यालय और नवोदय जैसे 200 और स्कूल खोले जाएंगे। केंद्रीय शिक्षण संस्थानों में कम से कम 50 फीसदी तक सीट बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
- आतंकवाद के लिए – राष्ट्रवाद को लेकर सरकार प्रतिबद्ध रहेगी और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी अपनाएगी। सत्ता में दोबारा लौटने पर जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A को खत्म किया जाएगा और समान नागरिक संहिता को लागू किया जाएगा।
- महिलाओं के लिए – तीन तलाक के विरूद्ध कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने का प्रयास किया जाएगा। मोदी सरकार पहले कार्यकाल में भी तीन तलाक मसले को लेकर बेहद सक्रिय दिखी थी। संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के प्रयास भी जारी रहेंगे।
- राम मंदिर के लिए – सरकार की ओर से राम मंदिर पर सभी संभावनाओं को तलाशने की प्रकिया तेज की जाएगी। सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में जल्द से जल्द मंदिर निर्माण का प्रयास होगा। लोगों को भी पता है कि फिलहाल मामला सुप्रीम कोर्ट में है।
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- हर परिवार को पक्का घर – संकल्प पत्र में बीजेपी ने सरकार में वापसी के बाद हर परिवार को पक्का मकान देने की दिशा में तेजी से काम करने का वादा किया है। अधिक से अधिक ग्रामीण परिवारों को एलपीजी कनेक्शन देने की कोशिश होगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत डेढ़ लाख हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोले जाएंगे।
- भ्रष्टाचार के लिए- पीएम मोदी ने हर रैली में जोर देकर कहा कि भ्रष्टाचार करने वाले चाहे किसी भी विचारधारा, जाति या धर्म के हों, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने लोगों को बताया कि पहले पांच साल में भ्रष्टाचारी जेल के दरवाजे तक पहुंच गए हैं। दोबारा सरकार बनने पर उन्हें जेल के अंदर भेजा जाएगा।