Home विचार पत्रकारिता के नाम पर कलंक हैं प्रशांत कनौजिया

पत्रकारिता के नाम पर कलंक हैं प्रशांत कनौजिया

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मोदी सरकार के खिलाफ एजेंडा चलाने वाली एक न्यूज वेबसाइट में काम कर चुके विवादास्पद पत्रकार प्रशांत कनौजिया को लेकर इस समय अवॉर्ड वापसी गैंग फिर से सक्रिय है। बड़े-बड़े नामी और विवादस्पद पत्रकार प्रशांत के लिए मोदी सरकार, योगी सरकार और यहां तक कि देश को बदनाम करने में जुट गए हैं। गौरतलब है कि प्रशांत कनौजिया अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के व्यक्तिगत जीवन को लेकर बिना जांच पड़ताल किए एक वीडियो पोस्ट कर दिया। इस वीडियो के जरिए प्रशांत ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री को बदनाम किया। तथ्यात्मक रूप से इसकी कोई जांच-पड़ताल नहीं की गई। इसी मामले में उसे गिरफ्तार भी किया गया है।

ऐसे में PERFORM INDIA ने ये रिसर्च करने की कोशिश की आखिर प्रशांत कनौजिया किस प्रकार के पत्रकार रहे हैं। हमने जांच में ये पाया कि प्रशांत पत्रकारिता के नाम पर अपना एजेंडा चलाते हैं। आप भी उनके ट्वीट को देखिए और अंदाजा लगाइए।

देश के चुने सांसदों को आतंकवादी बताया-23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रचंड जीत पर लिखा कि अब हमारे संसद में आतंकवादी पहुंच गए हैं-

देश के गृहमंत्री के खिलाफ जहर-30 मई को अमित शाह जब देश के गृहमंत्री के पद की शपथ ले रहे थे तो इसने लिखा-

एक दूसरे Tweet में लिखता है-

आगे Tweet में लिखता है-

हिन्दू धर्म के खिलाफ जहर-प्रशांत कनौजिया जो अपना धर्म सरकार से सवाल पूछना मानता हैं, उसके ये Tweets पत्रकारिता के किस धर्म के दायरे में आते हैं, जिसमें बहुसंख्यकों के धर्म को भला बुरा कहा जाता है और धर्म के आदर्श पुरुष के बारे में अमर्यादित बातें कही जाती हैं?

महेन्द्र सिंह धोनी का अपमान- पूर्वाग्रहों से ग्रस्त पत्रकारिता का क्या स्वरूप होता है, इसका पता कनौजिया के उस Tweet से चलता है जो इसने पूर्व भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के बारे में किया। कोई भी धोनी के देश प्रेम की भावना पर सवाल नहीं खड़ा कर सकता है, लेकिन प्रशांत कनौजिया ने लिखा-

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