जम्मू-कश्मीर में जब भी हालात सामान्य बनाने की कोशिश होती है तो कांग्रेस कुछ न कुछ ऐसा करती है जो हालात फिर बिगड़ जाते हैं। एक बार फिर कांग्रेस ने कश्मीर के मामले में कुछ ऐसा ही किया है जिसने देश की अखंडता को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। एक तरफ कश्मीर में हालात सामान्य बनाने के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार और सेना दिन रात एक किए हुए है। लेकिन कांग्रेस पार्टी इस पर राजनीति से बाज नहीं आ रही है। सभी जानते हैं कि बीते सत्तर सालों से कांग्रेस ने कश्मीर समस्या को उलझाए रखा है। एक बार फिर जब केंद्र सरकार कश्मीर समस्या के स्थायी समाधान की तरफ बढ़ रही है तो कांग्रेस पार्टी कुत्सित कारनामे कर रही है।
देश को कमजोर क्यों रखना चाहती है कांग्रेस?
आर्मी की कार्रवाई में कांग्रेस को मानवाधिकार का उल्लंघन दिखता है लेकिन पत्थरबाजों पर वह कुछ नहीं बोलती है। बुरहान वानी जैसे आतंकियों के जनाजे में कांग्रेसी नेता शामिल होते हैं। अलगाववादियों पर जब टेरर फंडिंग के मामले में नकेल कसी जा रही है तो कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को भारत अधिकृत बताते हुए नक्शा जारी करती है। फजीहत हुई तो माफी भी मांगी लेकिन कांग्रेस उपाध्यक्ष एक बार फिर अपनी अयोग्यता को सार्वजनिक कर बैठे हैं। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार कश्मीर को देश की कमजोरी बना रही है।
बहरहाल जिस कांग्रेस पार्टी ने अलगाववादियों को खुली छूट दी। एनसी जैसी पार्टियों से तालमेल कर कश्मीर पर केंद्र के फंड का गलत इस्तेमाल के जिनपर आरोप लगे, कश्मीर समस्या को जिसने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ले जाने की पहल कर दी थी, उसी कांग्रेस के युवराज आज कश्मीर नीति को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
सबसे खास ये कि कांग्रेस उपाध्यक्ष का बयान गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अशांत कश्मीर का समधान किसी भी कीमत पर निकाला जाएगा और कश्मीर के बेहतर भविष्य के लिए आने वाली सभी बाधाओं को हटा दिया जाएगा। इस दौरान गृहमंत्री ने कहा कि हम कश्मीर समस्या का स्थाई समाधान निकालेंगे। राहुल गांधी ने कश्मीर से हजारों किलोमीटर दूर चेन्नई में एक प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल तो उठा दिये, लेकिन सवाल उठाकर खुद राहुल गांधी घिर गए। सोशल मीडिया पर राहुल गांधी को निशाना बनाते हुए कमेंट आने लगे। आइए देखते हैं ट्वीटर पर आई कुछ ऐसी ही प्रतिक्रियाएं-
For 50+ years, what did Congress do with Kashmir? stuffing ballot boxes in polls, paying Hurriyet, 1000s of crores swallowed with NC, PDP?
— Guru – eTestZone.com (@Equateall) June 4, 2017
Does he know the no of district in J&K. Showing J&K as IOK on their official documents and then saying printing error. #Shamelesscongress
— Sumeet Verma (@dearsumeet) June 4, 2017
Lol !!! dear @OfficeOfRG your @INCIndia recently released booklet shows J&K as Indian occupied kashmir – now you say it’s India’s strength https://t.co/L16JuXJ3jF
— OfficeOfIndian (@ViewsofIndian) June 4, 2017
Now Rahul ji will bring peace in Kashmir ? By giving away Kashmir to Pakistan?
— Himanshu Sharma (@twit_him_sharma) June 4, 2017
And congress strengthing ties by sending Iyer to separatist and saying India occupied Kashmir instead of Kashmir BLODDY hypocrite https://t.co/A6q2N2VVg4
— lakshay (@lakshay65141901) June 4, 2017
His reaction comes on same day wen NIA is close to bust Separatist-Paki terror funding links, Shameless creature#NationFirstNoCompromise https://t.co/DTkA9SY9QI
— Abhishek Sharma (@abhishek449) June 4, 2017
Aiyer is so sure as he and his party is having Plan B for agitating terrorism in Kashmir. Shameful statement #NationFirstNoCompromise https://t.co/qwqabX3Y08
— Abhishek Sharma (@abhishek449) June 4, 2017
कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर को बताया IoK
बीते शनिवार को कांग्रेस पार्टी के नेता गुलाम नबी आजाद ने एक बुकलेट जारी की। इस बुकलेट के नक्शे में जम्मू कश्मीर को भारत अधिकृत कश्मीर के तौर पर दिखाया गया है। मोदी सरकार को घेरने की जल्दी तो मानी जा सकती है लेकिन क्या देश विरोधी होने की भी जल्दी है कांग्रेस को?
गुलाम नबी की मंशा पर उठे सवाल
ये ‘देशद्रोही’ काम कांग्रेस के किसी आम कार्यकर्ताओं द्वारा नहीं किया गया था। पार्टी के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर से सांसद गुलाम नबी आजाद ने किया। जाहिर है सवाल तो उठेंगे ही कि गुलाम नबी आजाद कश्मीर से आते हैं, तो क्या उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया था? अगर ऐसा नहीं है तो अजय माकन ने क्यों, गुलाम आजाद ने माफी क्यों नहीं मांगी?
जाहिर है कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब अगर कांग्रेस नहीं देगी तो आने वाला वक्त तो देगा ही।