पीएम मोदी के प्रयासों के कारण आतंकवाद को देखने का दुनिया का नजरिया बदल चुका है। अच्छे और बुरे आतंकवाद के आवरण में ढकने की कोशिश छोड़ विश्व समुदाय आज इसके विरोध में खड़ा है। दुनिया के देश मानवता के सबसे बड़े दुश्मन- ‘आतंकवाद’ को हर हाल में समाप्त करना चाहते हैं। इसी सिलसिले में बुधवार को एक बड़ी खबर आई। ब्रिटेन सरकार ने भारत के मोस्ट वांटेड आतंवादी दाऊद इब्राहिम की करोड़ों की संपत्ति जब्त कर ली है।
दाऊद की 45 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त
मुंबई के 1993 बम धमाकों का मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में छिपा बैठा है और उसने दुनिया भर के आठ देशों में अपनी दौलत का जाल बिछाया हुआ है, लेकिन मोदी सरकार के चक्रव्यूह की वजह से अब दाऊद की दौलत का दहन हो रहा है और वो दिन दूर नहीं जब दाऊद कंगाल हो जाएगा। भारत का ये गुनहगार अब लंदन में अपना धंधा नहीं चला पाएगा। ब्रिटेन की सरकार ने आर्थिक पाबंदियों की अपनी लिस्ट में दाऊद इब्राहिम की करोड़ों की संपत्तियों को शामिल कर लिया।
अगस्त में ब्रिटेन सरकार के ट्रेजरी विभाग ने एक लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में दाऊद के तीन ठिकाने और 21 उपनामों का जिक्र है। यानी दाऊद ने 21 नाम बदलकर संप्तियां खरीदी थीं। लिस्ट के मुताबिक दाऊद के पाकिस्तान में तीन पते हैं। इस लिस्ट का मतलब ये है कि लंदन में दाऊद ने जो करोड़ों के होटल, मॉल और घर खरीदे थे, वो अब उसके हाथ से निकल जाएंगे।
लंदन में दाऊद की संपत्तियां-
- लंदन के हर्बर्ट रोड पर दाऊद ने 35 करोड़ की संपत्ति
- स्पिटल स्ट्रीट पर दाऊद का 45 कमरों वाला आलीशान होटल
- रोहैम्पटन में दाऊद इब्राहिम की कॉमर्शियल बिल्डिंग
- लंदन के ही जॉन्सवुड रोड पर दाऊद का एक बड़ा मकान
- शेफडर्स बुश, रोमफोर्ड क्रोयदो में होटल और संपत्तियां
Another diplomatic victory for Modi as #DawoodIbrahim assets seized in UK. Well, I’ve list of Dawood Ibrahim 15 properties in Britain. look: pic.twitter.com/XkYcxw5vBU
— Anshul Saxena (@AskAnshul) September 13, 2017
All these properties of Dawood Ibrahim were purchased by the money extorted from Indians. They must be auctioned and money given to India. https://t.co/1BdTdcyQ3j
— Amitabh Poddar (@AmitabhPoddar1) September 13, 2017
एक नाम 21 उपनाम
दाऊद इब्राहिम ने कई नामों से अपनी संपत्तियां खरीदी थीं, लेकिन अब उसका कच्चा चिट्ठा खुल चुका है और उसके सभी फर्जी नामों का भी पता लग गया है। इन्हींं नामों के खुलासे के बाद दाऊद की संपत्तियों को जब्त किया जा सका है। ब्रिटेन से जारी सूची के अनुसार आइये जानते हैं दाऊद के उपनाम- अब्दुल, शेख, इस्माईल, अब्दुल अजीज, अब्दुल हमीद, अब्दुल रहमान, शेख, मोहम्मद, इस्माईल, अनीस, इब्राहिम, शेख, मोहम्मद भाई, बड़ा भाई, दाऊद भाई, इकबाल, दिलीप, अजीज, इब्राहिम, दाऊद, फारूकी, अनीस इब्राहिम, दाऊद, हसन, शेख, कासकर, दौद हसन, शेख इब्राहिम, मेमन कासकर, दाऊद हसन, इब्राहिम मेमन, दाऊद इब्राहिम, साबरी दाऊद, साहब, हाजी, और सेठ बड़ा शामिल हैं।
दुनिया का दूसरा सबसे अमीर क्रिमिनल है दाऊद
फोर्ब्स मैग्जीन के अनुसार, कोलंबिया के ड्रग्स तस्कर पाब्लो एस्कोबार के बाद अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम दुनिया का दूसरा सबसे अमीर क्रिमिनल है। फोर्ब्स के मुताबिक, दाऊद की कुल संपत्ति 6.7 अरब डॉलर की है।
सऊदी अरब ने 15 हजार करोड़ की संपत्ति की थी जब्त
पीएम मोदी के कहने पर यूएई ने भी दाऊद की 15 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त की थी। यूएई की सरकार का ये कदम पीएम मोदी के दौरे के बाद आया था। दरअसल दाऊद इब्राहिम की यूएई में होटल और कई कंपनियां थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल यूएई की यात्रा के दौरान यह सूची दुबई सरकार को सौंपी थी और सरकार से आग्रह किया गया था कि दाऊद पर कार्रवाई की जाए।
अमेरिका ने हबीब बैंक पर लगाया ताला
आठ सितंबर को अमेरिका ने पाकिस्तान के हबीब बैंक के न्यूयार्क स्थित ऑफिस का शटर गिरा दिया। अमेरिका के वित्तीय नियामक प्राधिकरण ने हबीब बैंक के खिलाफ यह कार्रवाई उसके आतंकी संगठनों को मदद पहुंचाने के आरोपों के बाद की है। बार-बार चेतावनी जारी करने के बाद भी हबीब बैंक आतंकवादियों के वित्तपोषण और उनके पक्ष में मनी लॉन्ड्रिंग से बाज नहीं आ रहा था। दरअसल पूर्व में कई बार बैंक के आतंकी समूहों से संबंध और उनकी मदद करने के मामले सामने आ चुके थे। राज्य के वित्तीय सेवा विभाग ने बैंक पर 22.5 करोड़ डॉलर का जुर्माना भी ठोका।
USA ने पाक को लगाई लताड़
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय मदद में कटौती कर पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया। इसका अलावा अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कड़ा संदेश दिया है। 21 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड टम्प ने अपने संबोधन के दौरान कहा है कि अमेरिकी लोग बिना कारण युद्ध नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि वक्त आ गया है कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध होना होगा। पाकिस्तानी लोग भी आतंकवाद की मार झेल रहे हैं लेकिन पाकिस्तान आतंकवाद का स्वर्ग बना हुआ है।
ब्रिक्स घोषणापत्र में आतंकवाद शामिल
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को आतंकी लिस्ट में शामिल करवाने के भारत के प्रयासों पर चीन ही अंतिम वक्त पर अडंगा लगाता रहा है, लेकिन ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के आतंकवाद पर रुख को चीन ने ना केवल भरपूर समर्थन दिया, बल्कि अपने ‘ऑल वेदर फ्रैन्ड’ पाकिस्तान का साथ छोड़ने को भी तैयार हो गया। ब्रिक्स घोषणा पत्र में लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे दस आतंकी संगठनों का नाम शामिल किया जाना पीएम मोदी के आतंकवाद विरोधी आह्वान की बड़ी सफलता है।
अच्छे-बुरे आतंकवाद का फर्क समाप्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा आतंक और आतंकवादियों को प्रश्रय देने वालों पर कड़ा प्रहार करते हैं। पीएम मोदी हर तरह के आतंकवाद के खात्मे की बात करते हैं, वे कहते हैं कि आतंकवाद अच्छा या बुरा नहीं होता है, आतंकवाद तो बस आतंकवाद होता है। अंतर्राष्ट्रीय जगत के सामने भारत की यही बात पहले अनसुनी रह जाती थी, लेकिन अब भारत की बातों को दुनिया मानने लगी है और एक सुर में आतंक की निंदा कर रही है। आतंक के खिलाफ आज अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, नार्वे, कनाडा, ईरान जैसे देश हमारे साथ खड़े हैं।
सार्क देशों द्वारा पाकिस्तान का बायकॉट
वर्ष 2016 में पाकिस्तान में होने वाले सार्क सम्मेलन में जब भारत ने शामिल नहीं होने की घोषणा की तो संगठन के अन्य कई देशों, जैसे – श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और अफगानिस्तान ने भी हिस्सा लेने से इनकार कर दिया। हालांकि पाकिस्तान ने अन्य देशों को बुलाने की कोशिश की, लेकिन वो विफल रहा और अंत में सार्क सम्मेलन रद्द करने को मजबूर होना पड़ा। पीएम मोदी की कोशिशों से जी-20 हो या हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन, ब्रिक्स हो या सार्क समिट सभी ने हमारे साथ आतंकवाद को मानवता का दुश्मन बताते हुए दुनिया को इसके खिलाफ एक होने का आह्वान किया है।
सैयद सलाउद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित
26 जून को अमेरिका ने हिजबुल सरगना सैयद सलाउद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित किया था। जम्मू-कश्मीर में कई हमलों के पीछे उसका हाथ रहा है। आतंकवाद के खिलाफ भारत द्वारा वैश्विक स्तर पर चलाए जा रहे अभियान की यह एक बड़ी सफलता है। अमेरिका इससे पहले लश्कर के मुखौटा संगठन जमात उद दावा और संसद हमले में शामिल जैश ए मोहम्मद पर पाबंदी लगा चुका है।
आतंकवादी देश घोषित हुआ पाकिस्तान
भारत को सबसे बड़ी कामयाबी तब मिली जब प्रधानमंत्री मोदी के दबावों के चलते ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को आतंकवादियों की शरणस्थली वाले देशों की सूची में डाल दिया। अमेरिका ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान आतंकवादी गतिविधियों को संरक्षण और बढ़ावा देता है। पाकिस्तान में इनको ट्रेनिंग मिलती हैं और यहां से ही इन आतंकवादी संगठनों की फंडिंग हो रही है।